हिन्दुस्तानियों की नजरों में राहुल गांधी की छवि में तब्दीली शुरू।
अनिल सक्सेना-वरिष्ठ पत्रकार एवम चिन्तक
7 सितम्बर 2022 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर शुरू की गई। राजस्थान मे प्रवेश के साथ ही राहुल अब तक 2000 किमी से ज्यादा की यात्रा कर चुके है। इसके साथ ही 9 राज्यों में यह यात्रा पूरी हो चुकी है। भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ होने के साथ ही भय, कट्टरता की राजनीति और नफरत के खिलाफ लड़ना बताया गया है। लेकिन इस यात्रा का असली मकसद कमजोर होती कांग्रेस को मजबूत करने के साथ ही राहुल की छवि को स्थापित करना भी है।
इसमें कोई दो राय नही है कि अब तक की भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी की छवि में एक अलग ही निखार आया है और भाजपा द्वारा बनाई उनकी पप्पू वाली छवि पर भी असर दिखाई दे रहा है। प्रतिदिन औसतन 20 से 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे राहुल के प्रति आमजन का भावनात्मक जुड़ाव भी बढ़ रहा है।
आज के दौर में राजनीतिक दल एक-दूसरे के प्रति दुश्मनी जैसा भाव दिखाते नजर आते हैं लेकिन झालावाड़ में जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राहुल गांधी ने दोस्ताना संबध जाहिर किये उससे एक नई राजनीति के उदय होने के संकेत नजर आते है। सच तो यह है कि राजनीति में विचारधारा की लड़ाई होनी चाहिए इसलिए मतभेद हो लेकिन मनभेद नही होना चाहिए, यही बात राहुल ने बताने की कोशिश की। सच तो यह है कि यह यात्रा राहुल को एक परिपक्व राजनेता के रूप में तराशने के लिहाज से अहम साबित हो रही है।
सवाल यहां यह भी है कि इस यात्रा के दम पर क्या राहुल कांग्रेसनीत यूपीए का वोट बैंक 19.49 प्रतिशत से बढ़ाकर लोकसभा में 52 सीटों से ज्यादा कांग्रेस को सीटें दिला पाएंगे? यहां यह भी कड़वी सच्चाई है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में तो ऐसा दिखाई नही दे रहा है लेकिन शायद वो लोकसभा की कुछ सीटों में इजाफा करने में सफल हो पाएं।
सबसे बड़ी बात यह है कि हमेशा जेड सिक्योरिटी में घिरे रहने वाले राहुल ने जिस तरह से अब तक 2000 किमी से भी ज्यादा की यात्रा का फासला पैदल नाप लिया है वो हिंदुस्तान के लोगों के लिए आश्चर्यजनक ही है। एक नाजुक माने जाने वाले राजशाही व्यक्ति के द्वारा कठोर तपस्या के रूप में लगातार पैदल चलने से हिंदुस्तानियों की नजरों में उनकी छवि बदल रही है। यहां एक बात और कहनी पड़ेगी कि जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा का आमजन के द्वारा भव्य स्वागत किया जा रहा है और राहुल के द्वारा देवदर्शन कर एक अलग ही संदेश दिया जा रहा है, उससे तय है भारत जोड़ो यात्रा से राहुल की छवि में निखार आएगा और साथ ही कांग्रेस भी देश में मजबूत होगी।