आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड में पंजीकरण अभियान ने पकड़ा जोर।
जल्द मिलेगी अन्य राज्यों के एंपेनल्ड हॉस्पिटल्स में फ्री सेवा।
सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के परिवारों के घर-घर जाकर दर्ज किया जा रहा है ऑनलाइन रिकॉर्ड।
बीकानेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में चयनित सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना SECC 2011 के परिवारों के सदस्यों का आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड तैयार किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभाग के आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा सुपरवाइजर, सीएचओ द्वारा सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के परिवारों के घर-घर जाकर जानकारी ली जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीकरण करवाने वाले परिवारों को 10 लाख रुपए तक का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा, 5 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा दिया जा रहा है। आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड बनवाने के बाद जिले के नागरिक राजस्थान से बाहर भी अन्य किसी राज्य के एम्पैनेल्ड हॉस्पीटल में पांच लाख रुपए तक का नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग के आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा सुपरवाइजर, सीएचओ द्वारा घर-घर जाकर सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के परिवारों के सदस्यों का आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड तैयार किया जा रहा है। डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि जिले के नागरिकों का आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड में पंजीकरण का कार्य शुरु कर दिया गया है। जिले के 7,86,365 के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 4 हजार से अधिक परिवारों का ईकेवाईसी पूर्ण हो चुका है। चिकित्सा कर्मियों द्वारा भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए पीएमजेएवाई मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-केवाईसी द्वारा परिवार के सदस्यों की पहचान कर उनकी जानकारी को ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन स्वयं भी पीएमजेएवाई मोबाइल ऐप के माध्यम से आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड में अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि जल्द से जल्द आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड में पंजीकरण करवाएं ताकि जरूरतमंदों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को मिलेगी प्रोत्साहन राशि...
आशा सह्योगिनियो और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को चयनित परिवारों के सदस्यों का पीएमजेएवाई मोबाइल एप के माध्यम से आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड के ई केवाईसी करने पर 5 रुपये प्रति सदस्य प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। प्रोत्साहन राशि डीबीटी के द्वारा सीधे उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी।