वली की बज़्म में तीन शाइरों को मिला ऐजाज़।
बीकानेर। बज़्मे वली की जानिब से रविवार को महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम,नागरी भंडार में बीकानेर के तीन शाइरों,मौलाना अब्दुल वाहिद अशरफी,ज़ाकिर अदीब और इम्दादुल्लाह बासित का सम्मान किया गया। तीनों शाइरों को सम्मान स्वरूप चांदी का मेडल,शाल, साफा,स्मृति चिन्ह और अभिनन्दन पत्र पेश किया गया। डॉ ज़िया उल हसन क़ादरी,असद अली अदब और बुनियाद हुसैन ज़हीन ने अभिनन्दन पत्रों का वाचन किया।
आयोजक संस्था के इस्हाक़ ग़ौरी व माजिद खान ग़ौरी ने बताया कि कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ अज़ीज़ अहमद सुलेमानी ने कहा कि तीनों शख्सियतों की अदबी सेवाएँ बेमिसाल हैं।इनका सम्मान बीकानेर के साहित्य के लिए ज़रूरी है। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए पूर्व महापौर हाजी मक़सूद अहमद ने कहा कि बीकानेर के तीन शाइरों का सम्मान कर के बज़्मे वली संस्था ने पूरे मुल्क की उर्दू शायरी का सम्मान किया है। इससे शहर में उर्दू साहित्य को खूब बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर सम्मानित शाइरों ने अपने चुनिन्दा कलाम सुना कर दाद लूटी।
पूर्व में संजय आचार्य वरुण ने आयोजक संस्था का परिचय दिया।क़ासिम बीकानेरी ने आगन्तुकों का स्वागत किया।कार्यक्रम में निर्मल कुमार शर्मा,इंजी गिरिराज पारीक,वली मुहम्मद गौरी,डॉ वली ग़ौरी,डॉ मुहम्मद फारूक चौहान, सालिक इरम,सागर सिद्दीकी, हनुवन्त गौड़ नज़ीर,अब्दुल जब्बार जज़्बी,लीलाधर सोनी,साजिद हुसैन ग़ौरी,मुहम्मद इस्माइल ग़ौरी,इमरोज़ खान ग़ौरी,मुहम्मद अयान ग़ौरी,हमज़ा ग़ौरी,सना,अस्मा, समेत अनेक गणमान्य लोग कार्यक्रम में मौजूद थे।
डॉ नासिर ज़ैदी ने कार्यक्रम का संचालन किया। संस्था अध्यक्ष इस्हाक़ ग़ौरी शफ़क़ ने सभी का आभार व्यक्त किया।