कृषि शिक्षा व उद्यमिता के सुनहरे अवसरों के बारें में जाना।
बीकानेर। राजकीय शहीद मेजर पूरनसिंह फोर्ट स्कूल में दसवीं व कृषि संकाय के विद्यार्थियों ने कृषि शिक्षा व उद्यमिता विकास से जुड़ी नीतियों, योजनाओं, स्टार्टअप, नवाचारों व कृषि प्रसार के सुनहरे अवसरों के बारें मे जाना। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित करियर काउंसलिंग व अवेयरनेस कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय उप निदेशक डॉ आर के वर्मा, जनसंपर्क अधिकारी सतीश सोनी व सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की डॉ प्रसन्नलता आर्य ने संबोधित किया। डॉ वर्मा ने बताया की वर्तमान समय मे कृषि शिक्षा को बड़ा महत्व दिया जा रहा है ताकि स्कूल व कॉलेज के दौरान ही ग्रामीण-युवा कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप (Agri startup) के लिए प्रेरित हो और वे एक उद्यमी के रूप में सफल हो सकें। सार्वजनिक, निजी और सहकारी इकाइयों को पेशेवर, सक्षम और प्रशिक्षित कृषि-विशेषज्ञों और प्रबंधकों की तलाश हैं। निजी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र और सहकारी क्षेत्र में उद्यमिता विकास के साथ साथ नौकरी के पर्याप्त अवसर हैं। जनसंपर्क अधिकारी सतीश सोनी ने कृषि विश्वविद्यालय परिचय और कृषि शिक्षा में राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों व योजनाओं के बारें मे बताते हुए कहा की राजस्थान सरकार द्वारा गत वर्षों में कृषि शिक्षा को प्राथमिकता प्रदान करते हुए प्रदेश मे कई नए राजकीय महाविद्यालय खोले गए। कृषि क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य में कृषि की पढ़ाई करने वाली छात्राओं के लिए राजस्थान सरकार ने कृषि छात्रा प्रोत्साहन योजना चलाई हुई है ताकि ग्रामीण युवतियाँ भी नवीनतम व आधुनिक कृषि तकनीकी का लाभ उठा सके। सामुदायिक विज्ञान के पाठ्यक्रम व विभिन्न गतिविधियों के बारे में डॉ प्रसन्नलता आर्य ने जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में छात्रों से संवाद किया और विद्यालय के प्रधानाचार्य उमराव कंवर व शाला प्रभारी संजय सांखला ने विश्वविद्यालय के अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा की यह सेमिनार विद्यार्थियों में कृषि उद्यमिता व बहुमुखी प्रतिभा विकसित करने में सहायक सिद्ध होगा। मंच संचालन उर्दू व्याख्याता सईद अहमद ने किया।