नाभि तन्त्र कुदरत की अद्भुत रचना।
हमारा शरीर परमात्मा की अद्भुत देन है ! गर्भ की उत्पत्ति नाभी के पीछे होती है ! गर्भधारण के नौ महीनें अर्थात २७० दिन में एक सम्पूर्ण बाल स्वरूप बनता है ! नाभी के द्वारा सभी नसों का जुडाव गर्भ के साथ होता है ! और उसको माता के साथ जुडी हुई नाडी से सम्पूर्ण जरूरी पोषण पूरे गर्भकाल में मिलता रहता है ! और बच्चा गर्भ में आराम से रहता है ! नाभी हमारे पूरे सरीर का केन्द्र है ! हमारे सरीर जो बहत्तर हजार नाड़ियों का समूह है उन सब का जुड़ाव इसी नाभि से रहता है ! इसलिए मृत्यु के तीन घंटे तक नाभी गर्म रहती है ! इसलिए नाभी एक अद्भुत भाग है !!
▪️हमारी नाभि में गाय का शुद्ध घी या तेल डालने व लगाने से बहुत सारी बीमारियों व शारीरिक दुर्बलता का उपाय हो सकता है !!
*१ :-* आँखों का शुष्क हो जाना, नजर कमजोर हो जाना, दिमाग की कमजोरी, चमकदार त्वचा और बालों का झड़ना, बालों की लम्बाई, व बालों की खुस्की हटाने व चमकदार बनाने लिये उपाय !!
▪ सोने से पहले ३ से ७ बूँद गरी ( नारियल ) का तेल नाभी में डालें और नाभी के आसपास डेढ़ इंच गोलाई में फैला देवें !!
*२ :-* घुटनों और जोड़ों का दर्द, जोड़ों से कट कट की आवाज, व स्लिप डिस्क, साइटिका, कमरदर्द आदि के लिए उपाय !!
▪ सोने से पहले ३ से ७ बूंद अण्डी ( एरण्डी ) का तेल नाभी में डालें और उसके आसपास डेढ इंच गोलाई में फैला देवें !!
*३ :-* शरीर में कम्पन्न तथा जोड़ो में दर्द और शुष्क त्वचा, होंठो का फटना, एड़ियों का फटना या एड़ियों से खाल निकलना आदि के लिए उपाय !!
▪ रात को सोने से पहले ३ से ७ बूंद सरसों का तेल नाभी में डालें और उसे चारों ओर डेढ इंच गोलाई में फैला देवें !!
*४ :-* मुंह और गाल पर होने वाले पिम्पल, झाईं, फुंसी, फोड़े, त्वचारोग, खून की खराबी, एलर्जी, छाजन,व सरीर पर दाने आदि के लिए उपाय !!
▪ नीम का तेल ३ से ७ बूंद नाभी में उपरोक्त तरीके से डालें !!
*५ :-* हमारे बालों का असमय सफेद हो जाना, बाल झड़ना, व कमजोर बाल, चेहरे पर झाइयॉ, पिंम्पल, चेहरे पर खुश्की, व चेहरे में चमक लाने के लिए उपाय !!
▪नाभि में बादाम का तेल या गाय का शुद्ध घी ३ से ७ बूंद डालने व डेढ़ इंच गोलाई में फैलाएं !!
*६ :-* शरीर का मोटापा, वजन बढ़ना, घुटनों व जोड़ो का दर्द, जोड़ों से कट कट की आवाज आना, चलने में तकलीफ होना, कन्धों का दर्द, यूरिक एसिड बढ़ना, स्लिप डिस्क, कमरदर्द, कोलेस्ट्राल बढ़ना, आदि अनेको बीमारियों के लिए उपाय !!
▪️जैतून का तेल ३ से ७ बूंद लेकर नाभि पर डालें व डेढ़ इंच गोलाई में फैलाएं !!
*नोट :-* नाभि में तेल या घी डालने से पहले नाभि को अच्छी तरह से रुई की सहायता से साफ करलें ! फिर तेल या घी को हल्का सुहाता सुहाता गुनगुना कर लें ! फिर रात को आराम ले सीधे लेटकर नाभि में तेल या घी डालें व नाभी की गोलाई पर लगाएं ! व ऐसे ही सीधे लेटें रहें लगभग बीस मिनट तक ! ऐसे ही आप रोज या एक दिन छोड़कर भी कर सकते हैं !!
*-: नाभी में तेल डालने का कारण :-*
✍🏻!! हमारी नाभी को मालूम रहता है ! कि हमारी कौन सी रक्तवाहिनी सूख रही है ! इसलिए वो उसी धमनी में तेल का प्रवाह कर देती है !!
*जैसे :-* जब बालक छोटा होता है ! और उसका पेट दुखता है तब हम हींग और पानी या तैल को मिलाकर उसके पेट और नाभी के आसपास लगाते हैं ! और उसका दर्द तुरंत गायब हो जाता है ! बस यही काम है ! नाभि में तेल या घी डालने का !!