पुरानी जेल भूमि को निवेशकों के लिए बनाएंगे और उपयुक्त। जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने किया निवेशकों के साथ संवाद।
बीकानेर। पुरानी जेल भूमि को निवेशकों के लिए अधिक उपयुक्त बनाने और इसके बेहतर विकास के लिए रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों और निवेशकों ने संवाद किया।
नगर विकास न्यास सभागार में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट में जिला कलक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि पुरानी जेल भूमि के विक्रय और आवश्यकता के अनुसार मॉल, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, हॉल रेस्टोरेंट, शो रूम आदि बनाए जाने के उद्देश्य से चर्चा की गई। न्यास द्वारा इसके लिए प्रस्तावित नक्शा रखा गया। वहीं निवेशकों से भी उनके प्लान आमंत्रित किए गए। उन्होंने कहा कि सुझावों के आधार पर अग्रिम रूपरेखा बनाई जाएगी। जिला कलेक्टर ने बताया कि इस भूमि के विक्रय से प्राप्त राशि का उपयोग शहर के विकास के लिए किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने न्यास द्वारा गत दिनों किए गए कार्यों और आगामी कार्ययोजना के बारे में बताया।
नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा ने बताया कि वर्ष 2011 में पुरानी जेल परिसर को नगर विकास न्यास को हस्तान्तरित किया गया था। परिसर का कुल क्षेत्रफल 32 हजार 301 वर्गमीटर है। जिसमें पार्किंग व सड़क का क्षेत्रफल 11 हजार 993 वर्गमीटर है। शेष 20 हजार 308 वर्गमीटर क्षेत्रफल विक्रय योग्य है। उन्होंने बताया कि पूर्व में यहां छोटे-छोटे प्लाट्स आवासीय तथा व्यवसायिक की नीलामी की गई थी, परन्तु कम क्षेत्रफल के प्लॉट की अधिकतम ऊँचाई सीमित होने के चलते निवेशकों के लिए ये कम उपयोगी थे। ऐसे में निवेशकों की सुविधा के लिए न्यास ने बड़े ब्लाक्स के रूप में भू निस्तारण नियम में वर्णित रीति के अनुसार भूमि विक्रय करने की योजना बनाई है, जिसमें बिल्डिंग बाईलॉज के अनुसार अधिकतम निवेश के लिये प्लाट्स के साईज को भी पुनः निर्धारित किया जाएगा।
इस दौरान नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी पी पचीसिया, सुरेंद्र धारणिया, अरविंद बोड़ा, विनोद सोनी, नवीन आसोपा, सुखदेव चायल, अजय सेठिया, राजू दफ्तरी, जितेंद्र बिश्नोई, तहसीलदार कालू राम पडिहार आदि मौजूद रहे।