मानसिक रोगियों के हितों की रक्षा हेतु कानून प्रावधानों पर चर्चा.
बीकानेर। पी.बी.एम. अस्पताल के मानसिक एवं नशामुक्ति विभाग में विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के तहत सोमवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इस दौरान मानसिक रोगियों के हितों की रक्षा हेतु कानून प्रावधानों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ० श्रीगोपाल गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के दौरान अलग-अलग जगहों पर मानसिक रोगों के प्रति जागरूकता के लिए किये गए भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों के ब्यौरा दिया। न्यायधीश मनोज कुमार गोयल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि कोई भी व्यक्ति यह मानने को तैयार ही नहीं होता कि उसे मानसिक बीमारी है, सबसे बड़ी चुनौती यह है कि लोगों को जागरूक करना कि मानसिक बीमारी का इलाज भी संभव है तथा उन व्यक्तियों को रोकना, जो मानसिक रोग से ग्रसित व्यक्ति का मजाक उड़ाते हैं। उन्होंने बताया कि मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को जंजीरों व पेड़ों से बांध कर रखने की घटनाएं सामने आती है, जो की गैर कानूनी है। केवल कानून बनाना काफी नहीं होता उनको लागू करना तथा उनके बारे में लोगों को अवगत कराना भी आवश्यक है। बीकानेर बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विवेक शर्मा ने बताया कि आज भी मानसिक रोग के मरीज चिकित्सालय तक नही पहुंच पा रहे हैं और अंधविश्वास में लगे है और इन सब पर बहुत ज्यादा खर्च कर दिया जाता है। इलाज ना मिलने के कारण बीमारी गंभीर रूप ले लेती है जो लोग अंधविश्वास को बढावा दे रहे है जैसे झाड़-फूंक से, ताबीज से इलाज हो जाता है, उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए। सीनियर एडवोकेट तेजकरण ने बताया कि एकल परिवार होने के कारण पारिवारिक सहारा नहीं मिल पाता है जो संयुक्त परिवार से मिलता था। दम्माणी मेडिकेयर ट्रस्ट के सचिव, श्रीराम सिंघी ने मानसिक रोग विभाग में होने वाले इस आयोजन की बहुत सरहाना की व विभाग द्वारा दी जाने वाली सेवाओ के लिए धन्यवाद प्रकट किया। लोक अभियोजन अधिकारी संदीप स्वामी ने अपने विचार रखे और बताया कि ग्रामीण स्तर पर जो मरीज है वह मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक नहीं पहुंच पाते है। इसके लिए लोगो का सही मार्ग दर्शन करना चाहिए। इसके साथ ही डिप्टी सुपरीटेंडेंट गौरी शंकर ने डिप्रेशन एन्जाइटी और नशे की बढती प्रवृति के बारे में अपने विचार रखें। मानसिक रोग विभाग से आचार्य डॉ० हरफूल सिंह ने बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में बताया। बच्चों को अच्छा पढना. अच्छे नम्बर लाना के बारे में बताया जाता है परन्तु उनके मानसिक स्वास्थ्य के बारे में नहीं बताया जाता। सहायक आचार्य, डॉ निशान्त चौधरी और क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ अन्जू ठकराल ने धन्यवाद व्यापित किया। इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथियों के द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नर्सिंग स्कूल के प्रधानाचार्य अब्दुल वाहिद ने मानसिक रोगों के प्रति जागरूकता के लिए नर्सेज की अहम योगदान पर प्रकाश डाला। नर्सिंग कॉलेज के ट्यूटर वीर सिंह और नर्सिंग स्कूल के बच्चों ने भी हिस्सा लिया। एम.आर.एम. पब्लिक स्कूल से ज्योति तथा स्कूल के बच्चों ने भी भाग लिया और सीनियर सेकेंडरी स्कूल भगवानपुरा से प्रधानाध्यापिका शारदा स्वामी और स्कूल के बच्चो ने भी अपना योगदान दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० ब्रजरानी ने किया। रेजिडेन्ट डॉक्टर्स, नर्सिंग अधीक्षक अजय स्वामी, सुनील शर्मा, प्रेम रतन, रविन्द्र सक्सेना, सी.आर.ए. विनोद कुमार, समस्त नर्सिंग ऑफिसर एवं समस्त स्टाफ ने हिस्सा लिया ।
2022-10-10 09:20:44