बीकानेर में गैस रिफिलिंग के अवैध ठिकानों की भरमार।
बीकानेर। जोधपुर शहर के एक रिहायशी इलाके में शनिवार को गैस रिफिलिंग के अवैध ठिकाने पर हुए भीषण विस्फोट में चार लोग की दर्दनाक मौत हो गई और दो दर्जन से ज्यादा लोग झुलस गये। ऐसे दिल दहलाने वाले हादसे से बीकानेर में भी इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि बीकानेर में अवैध गैस रिफिलिंग के ऐसे ठिकानों की भरमार है जहां दिनभर वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। इनमें कई ठिकाने तो रिहायशी और भीड़ भाड़ वाले इलाके में चल रहे है । चिंता की बात तो यह है कि जानलेवा हादसों का खतरा बने इन ठिकानों पर कार्यवाही के मामले में सिस्टम के जिम्मेदार अफसर आंखे मूंदे बैठे है। जोधपुर में हुए हादसे के बाद जब बीकानेर शहर में गैस रिफिलिंग के अवैध ठिकानों की जांच पड़ताल की इन ठिकानों पर सुरक्षा के कोई बंदोबश्त नजर नहीं आये और धड़ल्ले से ऑटो-कारों में गैस रिफिल की जा रही थी। हैरानी वाली बात तो यह है कि इन ठिकानों में गैस रसोई गेस सिलेण्डरों के अंबार लगे हुए थे। जानकारी के अनुसार शहर की पूगल रोड़, वेटनरी रोड़, जेएनवीसी, बांद्रा बास, मुक्ता प्रसाद कॉलोनी, सर्वोदय बस्ती में ऐसे अनेक ठिकाने है जहां अवैध गैस हो रही है। इस जानलेवा कारोबार में शामिल लोग कार्यवाही से बचने के लिए अपने घरों पर गैस रिफिलिंग कर रहे है। जानकारी मे रहे कि गैस रिफिलिंग का यह काम गैर कानूनी और जानलेवा माना गया है। इसके बावजूद भी नियम कानून को ताक पर रख कर शहर में अवैध रिफिलिंग का अवैध धंधा खूब फल फूल रहा है।
पकड़े जा चुके है कई ठिकाने.....
बीकानेर में गैस रिफिलिंग के ठिकाने अभी से नहीं सालों से चल रहे है और करीब चार साल पहले रसद विभाग की टीम ने यहां पूगल रोड़ पर ऐसे ही एक ठिकाने का पर्दाफाश कर मौके पर गैस रिफिलिंग के साजो सामान समेत करीब तीन दर्जन गैस सिलेण्डर बरामद किये थे। पूगल रोड़ का यह ठिकाना एक मकान के बरामदें में चल रहा था। इसके अलावा रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र में भी गैस रिफिलिंग के अवैध ठिकाने का पर्दाफाश हो चुका है।
इनका कहना है.....
जिला रसद अधिकारी पंकज शर्मा का कहना है कि बीकानेर में अवैध चल रहे गैस रिफिलिंग के ठिकानों को चिन्हित उनके खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से सिलिंडर को रिफिल कराना खतरनाक है। इतना ही नहीं गैर कानूनी होने के साथ ही सरकार के राजस्व को भी चूना लगाने का काम किया जा रहा है। जो भी व्यक्ति पकड़ में आएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पहले भी ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ विभाग मुकदमा दर्ज करा चुका है।