रिम्शा ख़ान की कामयाबी पर जररी है मुबारकबाद का सिलसिला।



 

 

बीकानेर। बीकानेर की बेटी रिम्शा ख़ान ने नेशनल हेल्थ कमीशन द्वारा आयोजित यूजी-नीट परीक्षा में 720 में से 655 मार्क्स हासिल कर कामयाबी हासिल करने पर उन्हें और उनके माता-पिता को मुबारकबाद देने का सिलसिला जारी है। रोज़ाना सैंकड़ों लोग उन्हें मुबारकबाद देने आ रहे हैं। डीडवानियाँ क़ायमख़ानी समाज की ये पहली बेटी है जो मेडिकल कॉलेज में दाख़िला लेने जा रही है। रिम्शा का ये पहला ही प्रयास था और इसी में उन्होंने कामयाब होकर अपने ख़ानदान और समाज का नाम रोशन किया है

 

 

 

बहुत ही सुसंस्कृत, उच्च शिक्षित और आला ख़ानदान से सम्बन्ध रखने वाली रिम्शा ख़ान के पिता डॉ. अब्दुल वाहिद भी एमडी डॉक्टर हैं और बीकानेर स्थित एमएन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के प्रोफ़ेसर और हेड हैं, जबकि उनकी माता शबाना बेगम शिक्षिका हैं। वहीं उनके दादा मरहूम अब्दुल ग़फ़्फ़ार जाने-माने शिक्षाविद थे और दादी मरहूमा ख़ातून बेगम भी एक बहुत ही सभ्य और संस्कृत महिला थीं। रिम्शा ख़ान के ताया अब्दुल जब्बार भी शिक्षा विभाग में वरिष्ठ सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं और उनकी ताई शहनाज़ बेगम भी उच्च शिक्षित महिला हैं। वहीं रिम्शा के बड़े भाई रिज़वान अली ख़ान भी एमबीबीएस कर रहे हैं और उनकी डिग्री भी पूरी होने वाली है।  

 

 

 

ग़ौरतलब है की रिम्शा अपने पूरे समाज में नीट परीक्षा में कामयाब होने वाली पहली छात्रा है और इस कामयाबी का सेहरा वो अपने माता-पिता के सर पर रखती हैं। तहज़ीब और तमद्दुन की मिसाल रिम्शा का कहना है की अल्लाह के करम और माता-पिता की दुआओं से उन्हें ये मक़ाम हासिल हुआ है। रिम्शा डॉक्टर बन कर ग़रीबों की सेवा में अपना वक़्त लगाना चाहती हैं। 

 

 


2023-06-18 22:05:59