कवि चौपाल की 417 वीं कड़ी में वरिष्ठ उद्घोषक यशपालसिंह राठौड़ का हुआ सम्मान।
कवि चौपाल की 417 वीं कड़ी में वरिष्ठ उद्घोषक यशपालसिंह राठौड़ का हुआ सम्मान।
लोकप्रिय उद्घोषक रहे हैं यशपाल सिंह राठौड़।
सैंकड़ों लड़के-लड़कियों को उद्घोषक के तौर पर प्रशिक्षित किया।
आकाशवाणी, बीकानेर का पर्याय रहे हैं यशपाल सिंह राठौड़।
अपने सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं यशपाल सिंह राठौड़।
बीकानेर । राजीव गांधी भ्रमण पथ पर कवि चौपाल की 417 वीं कड़ी में उपस्थित शहर के कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाओं की प्रस्तुति देकर इस कार्यक्रम को गरिमामय बना दिया । कार्यक्रम में वयोवृद्ध उद्घोषक यशपालसिं राठौड़ का भावभीना अभिनन्दन किया गया।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रोफेसर डॉ. अजय जोशी ने कहा कि अपने भावों को सही उच्चारण के साथ शब्दों में अभिव्यक्त करना पूजा भाव को दर्शाता है। कार्यक्रम में सम्मानित मुख्य अतिथि आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक यशपालसिंह राठौड़ ने शब्दों की गरिमा को परिभाषित करते हुए सही उच्चारण की तरफ ध्यान दिलाया। विशिष्ठ अतिथि डॉ. कृष्णा आचार्य ने अपने गीत के माध्यम से नारी शक्ति की महिमा का गुणगान किया।
कार्यक्रम में कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने आज सम्मानित शख्शियत यशपालसिंह राठौड़ के व्यक्तित्व-कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिक्षा को समर्पित राठौड़ अंग्रेजी व्याख्याता रहे। उसके बाद में पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दी। बाद में आकाशवाणी में उद्घोषक के रूप में अपनी सेवाएं शुरू की। आपकी दानेदार मधुर आवाज के सभी दीवाने थे। कार्यक्रम में नेमचंद गहलोत, इंद्रा व्यास, मनीषा आर्य सोनी, मुक्ता तैलंग, कपिला पालीवाल, कैलाश टॉक, कृष्णा वर्मा, सरोज भाटी ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी । संचालन हास्य व्यंग्य कवि बाबू बमचकरी ने किया।
लोकप्रिय उद्घोषक रहे हैं यशपाल सिंह राठौड़।
सैंकड़ों लड़के-लड़कियों को उद्घोषक के तौर पर प्रशिक्षित किया।
आकाशवाणी, बीकानेर का पर्याय रहे हैं यशपाल सिंह राठौड़।
अपने सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं यशपाल सिंह राठौड़।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रोफेसर डॉ. अजय जोशी ने कहा कि अपने भावों को सही उच्चारण के साथ शब्दों में अभिव्यक्त करना पूजा भाव को दर्शाता है। कार्यक्रम में सम्मानित मुख्य अतिथि आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक यशपालसिंह राठौड़ ने शब्दों की गरिमा को परिभाषित करते हुए सही उच्चारण की तरफ ध्यान दिलाया। विशिष्ठ अतिथि डॉ. कृष्णा आचार्य ने अपने गीत के माध्यम से नारी शक्ति की महिमा का गुणगान किया।
कार्यक्रम में कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने आज सम्मानित शख्शियत यशपालसिंह राठौड़ के व्यक्तित्व-कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिक्षा को समर्पित राठौड़ अंग्रेजी व्याख्याता रहे। उसके बाद में पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दी। बाद में आकाशवाणी में उद्घोषक के रूप में अपनी सेवाएं शुरू की। आपकी दानेदार मधुर आवाज के सभी दीवाने थे। कार्यक्रम में नेमचंद गहलोत, इंद्रा व्यास, मनीषा आर्य सोनी, मुक्ता तैलंग, कपिला पालीवाल, कैलाश टॉक, कृष्णा वर्मा, सरोज भाटी ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी । संचालन हास्य व्यंग्य कवि बाबू बमचकरी ने किया।