डूंगर कॉलेज का होगा कायाकल्प।
डूंगर कॉलेज का होगा कायाकल्प।
आगामी यूजीसी नैक निरीक्षण हेतु तैयारियां शुरू।
बीकानेर। सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय में विकास कार्य चरम पर हो रहे हैं। प्राचार्य डॉ. नरेन्द्र नाथ ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा बजट में घोषित 15 करोड़ की लागत से बनने वाले ऑडिटोरियम के निर्माण हेतु 10 करोड़ की स्वीकृति जारी हो चुकी है। उन्होनें बताया कि यह ऑडिटोरियम कॉलेज के पूर्वी द्वार के समीप राजस्थान कृषि विपणन बोर्ड के माध्यम से बनेगा। ऑडिटोरियम में लगभग 1500 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था होगी। डॉ. नाथ ने बताया कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा 30 कक्षा कक्षों के निर्माण हेतु भी वित्तीय स्वीकृति जारी की चुकी हैए जिनका निर्माण सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा किया जावेगा। उन्होनें बताया कि ये कक्षा कक्षा कॉलेज के पश्चिमी ओर बनेगें जिससे विद्यार्थियों के शिक्षण कार्य हेतु माकूल व्यवस्था उपलब्ध हो सकेगी। दोनों ही कार्यों की स्वीकृति जारी होने पर कॉलेज प्रशासन ने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि उक्त कार्य पूर्ण होने पर आगामी यूजीसी नैक निरीक्षण के लिये आवश्यक संसाधन उपलब्ध हो सकेगेंए जिससे महाविद्यालय को उच्च ग्रेड प्राप्त करने मे सहायता मिलेगी।
इसके अतिरिक्त कॉलेज परिसर में कन्या छात्रावास के ठीक समीप समाज कल्याण विभाग की ओर से दो करोड़ अस्सी लाख रूपये की लागत से आर्थिक पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिये कन्या छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है, जिससे लगभग 50 छात्राओं को छात्रावास की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। डूंगर कॉलेज प्रदेश का एकमात्र ऐसी महाविद्यालय है जिसे यूजीसी नैक निरीक्षण में लगातार तीन बार ए ग्रेड प्राप्त हुआ है एवं कॉलेज लगातार चौथी बार नैक निरीक्षण की तैयारी में जुट चुका है, जिससे कि और भी उच्च ग्रेड प्राप्त किया जा सके। प्राचार्य डॉ. नाथ ने विभिन्न समितियों की बैठक लेते हुए नैक निरीक्षण हेतु तमाम शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों की सूचनाए संबंधित समिति को उपलब्ध करवाने के निर्देश प्रदान किये है। नैक निरीक्षण से मिलने वाले ग्रेड से यूजीसी द्वारा स्वीकृत बजट भी संबंधित होता है। साथ ही कॉलेज के चार विद्यार्थियों को विदेश मे पढ़ने हेतु राजीव गाँधी स्कालरशिप भी स्वीकृत हो चुकी है। पिछले कुछ वर्षों मं कॉलेज परिसर में हजारों की तादाद में वृक्षारोपण भी किया गया है, जिन्हें पानी देने के लिये ड्रिप सिस्टम की माकूल व्यवस्था कॉलेज प्रशासन द्वारा की गयी है। प्राचार्य डॉ. नरेन्द्र नाथ के अनुसार सभी वृक्षों का सार सम्भाल की समुचित व्यवस्था हेतु कॉलेज के तीनों प्रवेश द्वार पर गार्ड की व्यवस्था की गयी है, जिससे कि मवेशियों के प्रवेश को रोका जा सके। उन्होनें बताया कि अनुकूल मौसम आने पर और भी वृक्षारोपण कर राज्य सरकार के हरियालो राजस्थान के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी।