महात्मा गांधी इन्स्टीटयूट ऑफ गवर्नेन्स एण्ड सोशल साइन्सेज, जयपुर में गांधी शिविर प्रारम्भ।
जयपुर। (सुरक्षा राजौरा) महात्मा गांधी इन्स्टीटयूट ऑफ गवर्नेन्स एण्ड सोशल साइन्सेज, जयपुर में गुरुवार को 18वें गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ किया गया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. पी. सी. त्रिवेदी ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि वर्तमान युग में राजनीति एवं आमजीवन में नैतिक मूल्यों का ह्रास चिंता का विषय है, ऐसे में गांधीवादी मूल्यों पर आधारित अच्छे व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के निर्माण की आवश्यकता है। उन्होंने गांधी द्वारा प्रतिपादित सात पाप के सन्दर्भ एवं उनकी वर्तमान प्रासंगिकता को रेखांकित किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. पी. एस. वर्मा ने गांधी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण युक्त महापुरुष बताते हुये उनके द्वारा जीवन में किए गए व्यक्तिगत एवं सामाजिक प्रयोगों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि गांधी जरुरत एवं लालच के भेद को स्पष्ट करते हुए पर्यावरणसम्मत, सर्वसमावेशी विकास पर बल देते थे। संस्थान के निदेशक प्रो. बी.एम. शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए गांधी को एक वैज्ञानिक के समान प्राचीन सिद्धान्तों एवं चिन्तन को नयी व्याख्या प्रदान करने वाला युगपुरुष बताया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. विकास नौटियाल एवं डॉ. ज्योति अरुण द्वारा किया गया। संस्थान के विशेषाधिकारी प्रो. सौमित्र नाथ झा द्वारा धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया गया। इस शिविर में एस.एस. जैन सुबोध विधि महाविद्यालय, जयपुर के विद्यार्थियों को गांधी दर्शन के विविध आयामों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।