सोनारों की बड़ी गवाड़ रम्मत चौक में स्वांग म्हैरी रम्मत का मंचन।
बीकानेर। खम्ब पूजन ( होलाष्टक लगना ) के साथ शुरू हुआ शहर के विभिन्न चौक में रम्मतों का दौर अब परवान पर है। यहाँ के सोनारों के मौहल्ले में भी 26 फरवरी से अभी तक जहाँ अनेक कार्यक्रम सम्मपन हुवे, जिनमें डांडिया, फ़िल्मी गानों, राजस्थानी लोक गीतों के कार्यक्रम, स्वांग बने दूल्हा दुल्हन की बारात, समूहिक गेर, होलिका दहन के बाद फिर स्नेह मिलन के रूप में डांडिया महोत्सव सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित हुवे। वहीँ रियासत काल से चली आ रही परम्परा में शीतला अष्टमी पर स्वांग म्हैरी की रम्मत की पूरी तैयारीयाँ परवान पर है। अष्टमी की भोर होते होते भगवान गणेश का ध्यान लगाकर खयाल, चौमासा, लावणी गीतों का सामूहिक गायन होता है जिसमें स्वर्णकार समाज के हर आयु वर्ग के गणमान्य अपनी प्रस्तुति देते हैं। जगदीश, किसन, राजू, राम चंद. सुरेंद्र, महेंद्र, आसु, अनिल, परमेश्वर, क्रांति, गोपी चंद, क़ुश काका, विजय, केसरी चंद, ज्ञानेश्वर, गौरी, जीतेन्द्र, पवन सहित अनेक युवा सामूहिक गायन से सबका मन मोह लेते हैं।