पांच दिवसीय संभाग स्तरीय हाट प्रदर्शनी का शुभारंभ।



 
पांच दिवसीय संभाग स्तरीय हाट प्रदर्शनी का शुभारंभ।  
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के तहत हुआ आयोजन। 
 
बीकानेर। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के सशक्तीकरण के उद्देश्य से पांच दिवसीय हाट प्रदर्शनी शनिवार को जय नारायण व्यास कॉलोनी स्थित ग्रामीण हाट में प्रारंभ हुई। संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन , जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल और जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
 
 
 
 
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने कहा कि हाट बाजार और प्रदर्शनी एसएचजी से जुड़ी महिलाओं के उत्पादों को विपणन के लिए प्रोत्साहित करने का एक बेहतरीन मंच है ।इसके माध्यम से इन समूहों के उत्पादों की एक नयी पहचान मिल सकेगी। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि समूहों को बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए उत्पाद बनाने की दिशा में नवाचार के साथ काम करने की आवश्यकता है । इन समूहों के उत्पादों को ब्रांड के रूप में स्थापित करने के लिए इस तरह के आयोजन मददगार साबित होते हैं।उन्होंने राजीविका द्वारा सेनेटरी पैड मशीन लगाए जाने की सराहना की और कहा कि इसके माध्यम से महिलाएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए प्रेरित होंगी। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के ने महिलाओं को आर्थिक सशक्तीकरण के माध्यम से सामाजिक रूप से सुदृढ़ बनने के लिए प्रेरित किया। राजीविका जिला परियोजना प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद विश्नोई ने बताया कि मेले में तीन संभागों  से स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पाद विक्रय के लिए आए हैं।  
 
 
 
 
मेला आमजन के लिए  प्रातः 10 से  रात 9:30 बजे तक खुला तक रहेगा। इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक सुशील कुमार ने ऋण प्रक्रिया की जानकारी दी। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रमेश तांबिया, लीड बैंक मैनेजर वाई एन व्यास, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान व राजीविका व स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे।
 
पुलिस वर्दी में गार्ड के रूप में तैनात हुई  सुरक्षा सखी...
राजीविका द्वारा स्वयं सहायता समूह की कई महिलाओं को सुरक्षा सखी के रूप में पंजीकृत करवाया गया है । प्रदर्शनी स्थल पर सुरक्षा सखी को खाकी वर्दी में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात किया गया।  संभागीय आयुक्त ने सुरक्षा सखी के  इस नवाचार की सराहना की। राजीविका के जिला परियोजना प्रबंधक ने बताया कि  जिले में  1 हजार 300 से अधिक सुरक्षा सखी का पंजीयन किया जा चुका है।

2023-03-11 23:14:06