आदर्श नागरिक बनने के लिए आवश्यक है विद्यार्थियों का चरित्रवान होना-विवेक मित्तल
बीकानेर। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत श्रीमती शशिबाला मित्तल स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्वतन्त्रता संग्राम के महानायकों के जीवन-वृत्त पर आधारित पोस्टर्स प्रदर्शनी और प्रश्नोत्तरी तथा ‘सुरक्षित यातायात जीवन का आधार’ विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन जी.डी.एम. पब्लिक स्कूल में किया गया। ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टी विवेक मित्तल ने कहा कि अगर हमें जीवन में प्रगति करनी है तो आदर्श नागरिक बनना होगा, इसके लिए आवश्यक है प्रत्येक विद्यार्थी का चरित्रवान होना साथ ही घर, समाज और स्कूल में नियमों की पालना करना तथा तनावमुक्त जीवन यापन। विद्यार्थियों को सदैव गुरुजनों और माता-पिता से संवाद की स्थिति को बनाये रखना चाहिए ताकि मुश्किल समय में गलत दिशा में भटकने से बचा जा सके। इसके लिए हमारे स्वतन्त्रता सैनानी, महापुरूष और समाज सुधारकों के जीवन से भी हम प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानाघ्यापक राजीव कुमार द्विवेदी ने कहा कि शिक्षा और निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति के लिए हमें एकाग्र होकर कार्य करना चाहिए। यह तभी सम्भव होगा जब हम सकारात्मक विचारों के अपनाते हुए जीवन में तनावमुक्त होकर आगे बढ़ेगें। इस अवसर पर कन्हैयालाल पंवार ने भी अपने विचार रखे। चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें से श्रेष्ठ 10 विद्यार्थियों राहुल चौधरी, राजश्री, दिव्यांश सोमानी, सौरभ, कनिष्का, शिवलाल, ललिता, रेशमा बानो, सीमा गुरु तथा तनवीर नायक को पुरस्ककृत किया गया। प्रश्नोत्तर में वंृदा लेघा, दिव्यांश, अशोक सारण, भावना लेघा, आंशिका, सीमा, लव टाक, कनिष्का, आशीष तथा राहुल ने सही उत्तर देते हुए पुरस्कार प्राप्त किया। आयोजन में शाला शिक्षक नेहा भार्गव, सरोज अरोड़ा, पंकज तिवारी, सीमा शर्मा एवं परी टाक का सहयोग प्राप्त हुआ।
बीकानेर। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत श्रीमती शशिबाला मित्तल स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्वतन्त्रता संग्राम के महानायकों के जीवन-वृत्त पर आधारित पोस्टर्स प्रदर्शनी और प्रश्नोत्तरी तथा ‘सुरक्षित यातायात जीवन का आधार’ विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन जी.डी.एम. पब्लिक स्कूल में किया गया। ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टी विवेक मित्तल ने कहा कि अगर हमें जीवन में प्रगति करनी है तो आदर्श नागरिक बनना होगा, इसके लिए आवश्यक है प्रत्येक विद्यार्थी का चरित्रवान होना साथ ही घर, समाज और स्कूल में नियमों की पालना करना तथा तनावमुक्त जीवन यापन। विद्यार्थियों को सदैव गुरुजनों और माता-पिता से संवाद की स्थिति को बनाये रखना चाहिए ताकि मुश्किल समय में गलत दिशा में भटकने से बचा जा सके। इसके लिए हमारे स्वतन्त्रता सैनानी, महापुरूष और समाज सुधारकों के जीवन से भी हम प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानाघ्यापक राजीव कुमार द्विवेदी ने कहा कि शिक्षा और निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति के लिए हमें एकाग्र होकर कार्य करना चाहिए। यह तभी सम्भव होगा जब हम सकारात्मक विचारों के अपनाते हुए जीवन में तनावमुक्त होकर आगे बढ़ेगें। इस अवसर पर कन्हैयालाल पंवार ने भी अपने विचार रखे। चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें से श्रेष्ठ 10 विद्यार्थियों राहुल चौधरी, राजश्री, दिव्यांश सोमानी, सौरभ, कनिष्का, शिवलाल, ललिता, रेशमा बानो, सीमा गुरु तथा तनवीर नायक को पुरस्ककृत किया गया। प्रश्नोत्तर में वंृदा लेघा, दिव्यांश, अशोक सारण, भावना लेघा, आंशिका, सीमा, लव टाक, कनिष्का, आशीष तथा राहुल ने सही उत्तर देते हुए पुरस्कार प्राप्त किया। आयोजन में शाला शिक्षक नेहा भार्गव, सरोज अरोड़ा, पंकज तिवारी, सीमा शर्मा एवं परी टाक का सहयोग प्राप्त हुआ।