ग्लोबल विशेष-नाक कान गले का जीवन में महत्व।
ENT यानी कान नाक व गले का हमारी जीवन में बहुत महत्व है। हमारी 5 में से 3 इंद्रियां इसी में आती हैं। कान हमें सुनने व शरीर का संतुलन बनाने में कार्य करते हैं। नाक श्वास लेने वसूलने में सेव करती हैं। गले का अग्रिम भाग में होता है तथा यहीं से हम जीत के द्वारा स्वाद का पता करते हैं वह भोजन श्वास नली से बचते हुए आहार नली में जाता है। हमें इन सभी का पूरा ध्यान व उनका सम्मान करना चाहिए। ऐसे बहुत से लोग या परेशानियां होती हैं जो एंटी से संबंधित होती हैं तथा हमें इस बारे में मालूम ही नहीं होता है। उदाहरणार्थ चक्कर आने पर आज भी अधिकतर लोग यह समझते हैं कि वह बीपी ज्यादा है या स्पॉन्डिलाइटिस है, जबकि चक्कर आने के मुख्य कारण कान के रोग हैं। क्योंकि लगभग 90% केसों में चक्कर कान के कारण ही आते हैं। ऐसे ही सिर दर्द या लगातार सूखी खांसी में भी साइनस का बहुत महत्व है।
हमारे क्षेत्र में 5 सुपारी जर्दा आदि का मात्रा में प्रयोग होता है इनसे मुंह में गंभीर छाले हो जाते हैं। मुंह खोलना कम होता जाता है। वह कैंसर की संभावनाएं बढ़ती जाती हैं। हमारे चारों तरफ विभिन्न प्रकार का शोर होता रहता है। चाहे शादी विवाह का डीजे हो या सड़कों पर बेवजह बसते हो या ईयर प्लस का जबरदस्त उपयोग या दुरुपयोग हो यह ध्वनि प्रदूषण बहुत हानिकारक है तथा विभिन्न शारीरिक व मानसिक रोगों का कारण बन जाता है। विश्व में इनकी संख्या बढ़ती जा रही है वह इनमें अधिकांश समय यदि सावधानी रखी जाए तो बचा जा सकता है।
डॉ. राकेश रावत-देश के जाने-माने ईएनटी विशेषज्ञ