दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर संपन्न।
महात्मा गांधी के सिद्धांतों को करें आत्मसात: शिक्षा मंत्री
दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर संपन्न।
बीकानेर। जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर शनिवार को संपन्न हुआ। रवींद्र रंगमंच में आयोजित समापन समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर राजस्थान में अहिंसा और शांति विभाग की स्थापना की गई है। राजस्थान देश का पहला प्रदेश है, जहां यह विभाग स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सभी धर्म, संस्कृति और 36 कौम के लोगों को साथ लेकर देश को आजादी दिलाई। उन्होंने अनेकता में एकता का संदेश दिया और अहिंसा का पाठ पढ़ाया। प्रत्येक व्यक्ति को महात्मा गांधी के आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि प्रशिक्षणार्थी दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान का उपयोग व्यावहारिक जीवन में करें।
शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा कि संभाग स्तर पर आयोजित गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के बाद अब जिला स्तर पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।इनका उद्देश्य महात्मा गांधी के आदर्श और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में गांधी जी के सिद्धांत अत्यंत प्रासंगिक है। यह हमें जीने की राह दिखाते हैं।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि जिला स्तरीय शिविर के दौरान विभिन्न सत्रों में व्याख्यान आयोजित हुए। जिनके माध्यम से महात्मा गांधी के सिद्धांतों से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत करवाया गया। प्रशिक्षणार्थियों द्वारा सर्व धर्म प्रार्थना, श्रमदान तथा योग का अभ्यास किया गया।
इस दौरान वर्धा के मनोज ठाकरे और सुनील शर्मा ने विभिन्न प्रशिक्षण दिए। वहीं कमल कल्ला, डॉ.मेघना शर्मा, श्याम नारायण रंगा और मनोज व्यास ने गांधी जीवन दर्शन पर आयोजित सत्रों को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान नगर निगम आयुक्त अरुण प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, एडीएम (सिटी) पंकज शर्मा, गांधी दर्शन समिति के जाकिर पठान,और मनोज बजाज आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।