ईसीबी में पावर क्वालिटी-समस्याएँ एवं समाधान विषयक पांच-दिवसीय अकादमिक प्रशिक्षण का हुआ आगाज।
इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) में पावर क्वालिटी-समस्याएँ एवं समाधान विषयक
पांच-दिवसीय अकादमिक प्रशिक्षण का हुआ आगाज।
राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में गुणवत्ता युक्त बिजली सप्लाई पर होगी चर्चा।
बीकानेर। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) में पावर क्वालिटी: समस्याएँ एवं समाधान विषयक पांच-दिवसीय राष्ट्रीय अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से हुआ। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रक्षिशण एवं अनुसन्धान संस्थान, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में देश-विदेश से विभिन्न तकनिकी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षक, अनुसंधान प्रयोगशालाओं में कार्य करने वाले इंजीनियर एवं शोधार्थी भाग ले रहे है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. गणेश प्रजापत ने बताया की इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश की विभिन्न आईआईटी, एनआईटी एवं राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के विषय विशेषज्ञ अपना व्याख्यान दे रहे है। उन्होंने बताया की कम गुणवत्ता युक्त बिजली के सप्लाई होने से सिंचाई के लिए प्रयुक्त कृषि कुवों में लगी हुई मोटर जलना आज के समय आम बात है जिससे किसानों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। यह प्रशिक्षण शोधार्थियों का इस और ध्यान आकर्षित कराएगा और इसके हल निकलने में मदद करेगा।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रक्षिशण एवं अनुसन्धान संस्थान, चंडीगढ़ की प्रो. शिमि एस. एल. ने बताया की गुणवत्ता युक्त बिजली की आज के समय जरूरत है और शोधार्थियों को इस और ध्यान देना चाहिए. घरेलु या कृषि उपयोग में आने वाली बिजली के वोल्टेज में उतार-चढ़ाव या अस्थिरता से बहुत बार उपकरण जल जाते है जिसके ऊपर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों की उपयोगिया पर प्रकाश डाला और कहा की इस तरह के प्रशिक्षण महाविद्यालयी शिक्षकों एवं शोधार्थियों के लिए जरुरी है एवं इससे उनमें नवाचार करने की प्रेरणा मिलती है।
कार्यशाला पर बात करते हुए अभियांत्रिकी महाविद्यालय, बीकानेर के प्राचार्य डॉ. मनोज कुड़ी ने कहा की इस तरह के कार्यकर्मों के आयोजन से महाविद्यालय के शिक्षकों का ज्ञानार्जन होता है जिसका फायदा अंततः छात्रों को मिलता है।
इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) में पावर क्वालिटी-समस्याएँ एवं समाधान विषयक
पांच-दिवसीय अकादमिक प्रशिक्षण का हुआ आगाज।
राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में गुणवत्ता युक्त बिजली सप्लाई पर होगी चर्चा।
बीकानेर। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) में पावर क्वालिटी: समस्याएँ एवं समाधान विषयक पांच-दिवसीय राष्ट्रीय अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से हुआ। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रक्षिशण एवं अनुसन्धान संस्थान, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में देश-विदेश से विभिन्न तकनिकी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षक, अनुसंधान प्रयोगशालाओं में कार्य करने वाले इंजीनियर एवं शोधार्थी भाग ले रहे है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. गणेश प्रजापत ने बताया की इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश की विभिन्न आईआईटी, एनआईटी एवं राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के विषय विशेषज्ञ अपना व्याख्यान दे रहे है। उन्होंने बताया की कम गुणवत्ता युक्त बिजली के सप्लाई होने से सिंचाई के लिए प्रयुक्त कृषि कुवों में लगी हुई मोटर जलना आज के समय आम बात है जिससे किसानों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। यह प्रशिक्षण शोधार्थियों का इस और ध्यान आकर्षित कराएगा और इसके हल निकलने में मदद करेगा।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रक्षिशण एवं अनुसन्धान संस्थान, चंडीगढ़ की प्रो. शिमि एस. एल. ने बताया की गुणवत्ता युक्त बिजली की आज के समय जरूरत है और शोधार्थियों को इस और ध्यान देना चाहिए. घरेलु या कृषि उपयोग में आने वाली बिजली के वोल्टेज में उतार-चढ़ाव या अस्थिरता से बहुत बार उपकरण जल जाते है जिसके ऊपर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों की उपयोगिया पर प्रकाश डाला और कहा की इस तरह के प्रशिक्षण महाविद्यालयी शिक्षकों एवं शोधार्थियों के लिए जरुरी है एवं इससे उनमें नवाचार करने की प्रेरणा मिलती है।
कार्यशाला पर बात करते हुए अभियांत्रिकी महाविद्यालय, बीकानेर के प्राचार्य डॉ. मनोज कुड़ी ने कहा की इस तरह के कार्यकर्मों के आयोजन से महाविद्यालय के शिक्षकों का ज्ञानार्जन होता है जिसका फायदा अंततः छात्रों को मिलता है।