शांति और अहिंसा विभाग स्थापित करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य : आचार्य
महात्मा गांधी अतीत ही नहीं, भविष्य भी है-विषयक संगोष्ठी आयोजित
बीकानेर। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर सोमवार को शांति और अहिंसा विभाग तथा जिला प्रशासन द्वारा महात्मा गांधी अतीत ही नहीं, भविष्य भी है, विषयक जिला स्तरीय संगोष्ठी राजकीय गंगा चिल्ड्रन स्कूल में आयोजित की गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजकीय डूंगर महाविद्यालय के डॉ. नरेंद्र नाथ थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने दुनिया को सत्य और अहिंसा के पथ पर चलने की राह दिखाई। उनके सिद्धांत सदैव प्रासंगिक रहेंगे। शांति और अहिंसा विभाग के जिला संयोजक संजय आचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बापू के सिद्धांतों और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए शांति और अहिंसा विभाग की स्थापना की है। राजस्थान, देश का पहला राज्य है, जहां यह विभाग गठित किया गया है।
गांधी दर्शन समिति के विधानसभा संयोजक मनोज व्यास ने कहा कि भारत ने दुनिया को बुद्ध और योग के अलावा बापू के सिद्धांत के अलावा बुद्ध और योग दिया है। आज पूरी दुनिया बापू के दिखाए रास्ते पर चल रही है। शिक्षाविद मनोज बजाज ने कहा कि बच्चों को महात्मा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने बापू के जीवन के विभिन्न प्रसंगों के बारे में बताया। सहायक निदेशक (जनसंपर्क) हरि शंकर आचार्य ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक जिले में संगोष्ठियों का आयोजन हो रहा है। प्रधानाचार्य ज्योति स्वामी ने विद्यालय द्वारा महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित कार्यक्रमों के बारे में बताया। इससे पहले हिमांशु, कंचन और नीशू ने महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित गीत और कहानियां प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन गोपाल जोशी ने किया। उपप्राचार्य दिनेश आचार्य ने आगंतुकों का आभार जताया। जिला परिषद के चत्तर सिंह, जनसंपर्क कार्यालय के परम नाथ सिद्ध सहित स्कूल के स्टाफ सदस्य और विद्यार्थी मौजूद रहे।