सत्याग्रह के रास्ते राष्ट्रहित सर्वोपरि रखने के कारण राष्ट्रपिता बने गांधी -यशपाल गहलोत



 

शहर जिला कांग्रेस के कार्यालय में आज भारत जोड़ो यात्रा के प्रथम चरण के समापन पर हुआ ध्वजारोहण। राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि।

बीकानेर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 75 वी पुण्यतिथि पर बीकानेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा  स्मरण सभा और पुष्पांजलि कार्यक्रम कार्यालय में आयोजित किया गया।

इसी कार्यक्रम से पहले राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार आज जिला कांग्रेस कमेटियों को सुबह 10 बजे ध्वजारोहण करना था। ठीक 10 बजे जिला अध्यक्ष यशपाल गहलोत ने ध्वजारोहण किया।

स्मरण सभा कि अध्यक्षता करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष यशपाल गहलोत ने कहा की महात्मा गांधी जी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि रहा और सत्याग्रह के रास्ते पर चलकर उन्होंने अमन और शांति के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिये। 

प्रदेश कांग्रेस सचिव हाजी जिया उर रहमान आरिफ ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का देश प्रेम और अहिंसा का सिदान्त आज सम्पूर्ण विश्व मे मान्य होता जा रहा है। आज हम सबको गांधी के सिदाँतो पर चलकर देश को असामाजिक ताकतों  से बचाना है।

प्रदेश सचिव गजेंद्र सिंह सांखला ने गांधी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तारित प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रपिता की उपाधि प्राप्त करना कोई सामान्य बात नही है। प्रवक्ता नितिन वत्सस ने कहा की आज राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि पर हम सबको ये संकल्प लेना होगाकि देश के सर्वांगीण विकास हेतु और अमन भाईचारे को बनाये रखने के लिए कार्य करेंगे।

पुण्यतिथि पर आयोजित स्मरण सभा को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम मुस्तफा, प्रेमरतन जोशी पट्टू, किशनलाल इनखिया, ब्लॉक अध्यक्ष सुमित कोचर, ब्लॉक अध्यक्ष आनंद सिंह सोढा, ब्लॉक अध्यक्ष शहजाद खान भुट्टो, ब्लॉक अध्यक्ष जाकिर नागौरी, ओबीसी जिला अध्यक्ष कमल कुमार नागल, पार्षद अभिषेक गहलोत, पार्षद मनोज किराडू, महासचिव ललित तेजस्वी, हरिशंकर नायक,जयदीप सिंह जावा,पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष साजिद सुलेमानी, एससी प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर चवरिया,महिला शहर अध्यक्ष सुनीता गौड़,महिला देहात अध्यक्ष राजकुमारी व्यास, अर्चना नागल, शबनम पठान, सचिव हाजिर खान, विकास तंवर, अब्दुल रहमान लोदरा, करणीसिंह राजपुरोहित,मोहम्मद फारूक, रविकांत वाल्मिकी, एन डी कादरी, धनसुख आचार्य, मनोज व्यास, ने भी संबोधित करते महात्मा गांधी के आदर्शो को अपनाने की बात कही। अंत में 11 बजकर दो मिनट का मौन रखा गया उसके बाद बापू के प्रिय भजन गाए गए।

                               

                      


2023-01-30 15:03:50