जिला कलक्टर के प्रयासों से सत्ताईस साल बाद जेठाराम को मिला न्याय। मिला 11 लाख 67 हजार का भुगतान।
भगवती प्रसाद कलाल ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में सुनें परिवाद।
अधिकारियों को दिए समय पर जवाब देने के निर्देश।
बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के प्रयासों से 27 वर्ष पुराने एक प्रकरण में परिवादी को राहत मिल सकी। सतर्कता समिति की कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को आयोजित बैठक में जिला कलक्टर ने परिवादी जेठाराम को 11 लाख 67 हजार रुपए का चैक सौंपा। जिला कलक्टर ने बताया कि रीको द्वारा वर्ष 1996 में करणी इंडस्ट्रियल एरिया विस्तार हेतु चकगर्बी के चक 88 के एम में 357 बीघा निजी कृषि अवाप्त की गई। परंतु हितबद्ध व्यक्तियों के मध्य हिस्सा विवाद के चलते उस समय राशि का भुगतान नहीं हो सका। वर्ष 2014 सितम्बर में सिविल न्यायालय द्वारा विवाद के संबंध में निर्णय के समय
एसडीएम कार्यालय बीकानेर में बैंकर चैक नहीं होने के कारण भुगतान अटक गया। परिवादी जेठाराम द्वारा गत वर्ष जून में यह प्रकरण जनसुनवाई में रखा। जिला कलक्टर ने बताया कि बैंकर चैक 26 वर्ष पुराने होने के कारण रिकॉर्ड व राशि बैंक के कापोर्रेट आफिस मुम्बई भेज दिये गये थे। जिसका नियमित फोलोअप करते हुए परिवादी को अब मुआवजा राशि का भुगतान करवाया गया है।
परिवादी जेठाराम ने जिला कलक्टर का आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे इस राशि के वापिस मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे। सतर्कता समिति और जिला कलक्टर भगवती प्रसाद के प्रयासों से ही उनको 27 साल बाद न्याय मिल सका है।
*समय पर जवाब नहीं दिया तो होगी संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही*
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई आयोजित कर आमजन की परिवेदनाएं सुनीं और कहा कि विभिन्न प्रकरणों में अधिकारी समय पर जवाब दें । जवाब देने में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी । उन्होंने कहा कि आम आदमी बहुत उम्मीद से जनसुनवाई में आता है , सभी अधिकारी संवेदनशीलता रखते हुए गंभीरता से काम करें। यदि समस्या समाधान होने लायक नहीं है तो परिवादी को स्पष्ट रूप से जवाब दें ताकि उसके समय और धन की बचत हो सके।
जनसुनवाई में जिला कलक्टर ने भूमि आवंटन के एक प्रकरण में पूगल एसडीएम को पट्टा जारी करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार अतिक्रमण हटाने की एक शिकायत पर ईओ देशनोक को कार्यवाही करने को कहा। इस दौरान एसडीएम कोलायत को हदां के जोहड़ पायतन व ओरण से अतिक्रमण हटवाने, कटानी रास्ते रिकार्ड में दर्ज करने,अतिक्रमण हटवाने, साफ सफाई सहित अन्य परिवेदनाएं दर्ज की गई। अतिक्रमण हटाने के एक प्रकरण में जिला कलक्टर ने निगम को जांच करने के भी निर्देश दिए।
*सतर्कता समिति की बैठक आयोजित*
इससे पूर्व जिला कलक्टर ने जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक में पूर्व में दर्ज प्रकरणों पर की गई विभागीय कार्यवाही की समीक्षा की और निस्तारित प्रकरणों को ड्राप करते हुए बकाया प्रकरणों को अगली बैठक से पहले निस्तारित करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त जिला कलक्टर( प्रशासन) ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर ) पंकज शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा, अधीक्षण अभियंता पीएचईडी राजेश पुरोहित, अधीक्षण अभियन्ता डिस्काॅम राजेन्द्र सिंह मीना, सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार, सहायक निदेशक लोक सेवाए सविना बिश्नोई, राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के सदस्य शब्बीर अहमद और जिला सतर्कता समिति की सदस्य सुषमा बारुपाल व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।