माटी ने बढ़ाई किसानों की आय, बुवाई क्षेत्र और पशुओं की संख्या में भी हुई वृद्धि।
बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर बीकानेर जिले में चल रहे माटी अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। अभियान के तहत चयनित 1250 किसानों की आय में 12.55 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं अन्य 1250 किसानों की आय सिर्फ 0.59 प्रतिशत ही बढ़ी है। चयनित किसानों के बुवाई क्षेत्रफल में 7.41 तथा पशुओं की संख्या 3.46 प्रतिशत वृद्धि सामने आई है।
दरअसल, जिले के किसानों की आय बढ़ाने के लिए जिला कलक्टर ने एक नवाचार किया। उन्होंने इसे माटी नाम दिया। माटी के तहत जिले की ग्रामीण क्षेत्र की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 1250 किसानों का चयन किया गया। यह किसान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच-पांच गांवों के थे। प्रत्येक किसान की अलग फाइल बनाई गई। साथ ही 1250 ऐसे किसान भी चिन्हित किए गए, जो उसी क्षेत्र के थे लेकिन उन्हें अभियान से नहीं जोड़ा गया था।
माटी अभियान की विधिवत शुरूआत गत वर्ष 11 मई को हुई। इस दिन सभी किसानों को जिला मुख्यालय पर बुलाया गया। इन किसानों को मृदा स्वास्थ्य, जैविक एवं संरक्षित खेती, फसल विविधिकार, पशुपालन, कीट एवं व्याधि प्रबंधन के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरुक किया गया। साथ ही कृषि की लागत मूल्य घटाने और आमदनी बढ़ाने के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया।
कृषि के दस तकनीकी बिंदुओं को किया शामिल
‘माटी’ अभियान के तहत चयनित किसानों के लिए समावेशित खरीफ फाॅर्म प्लान में कृषि के दस तकनीकी बिंदुओं को शामिल किया गया। इनमें नव कृषि, उद्यानिकी व पशुपालन तकनीकी समावेशन, आधार-भूत ढांचा सुविधा विकास, उन्नत फसल उत्पादन सलाह, मृदा स्वास्थ्य महत्व, जैविक खेती, इंटीग्रेटेड फार्मिंग अवधारणा प्रमुख थे। किसानों को इन बिंदुओं को अपनाने का आह्वान किया गया।
सकारात्मक परिणाम आए सामने
किसानों द्वारा अपनाए गए तकनीकी बिंदुओं के आधार पर परिणाम सामने आने लगे। सभी किसानों की औसत आय वृद्धि 12.55 प्रतिशत हुई है। गत वर्ष खरीफ में इन 1250 किसानों ने 2689.55 लाख रुपये आय अर्जित की थी। वहीं इस वर्ष यह कुल आय बढ़कर 3027.13 लाख रुपये हो गई। इस प्रकार इन किसानों ने गत वर्ष की अपेक्षा 337.58 लाख रुपये अधिक आय अर्जित की। वहीं अभियान के तहत चयनित नहीं हुए दूसरे 1250 किसानों ने इस दौरान 0.59 प्रतिशत आय वृद्धि से संतोष करना पड़ा।
खाजूवाला में बढ़ा सर्वाधिक बुवाई क्षेत्र, नोखा में आय
अभियान के तहत सर्वाधिक 13.24 प्रतिशत बुवाई क्षेत्र में बढोतरी खाजूवाला में दर्ज की गई। वहीं नोखा में सबसे ज्यादा 29.97 प्रतिशत आय वृद्धि हुई। इसी प्रकार खाजूवाला में 26.60, कोलायत में 14.44 प्रतिशत आय वृद्धि हुई। जिन 65 किसानों ने सभी 10 कृषि तकनीकों को आजमाया उनकी आय में 40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। जैसे-जैसे नई तकनीकों को अपनाने का अनुपात कम होता रहा, आमदनी की बढ़ोतरी भी कम होती गई।
माटी अभियान के ही दूसरे पहलू के तहत खरीफ 2022 के दौरान जिले में 597 कृषि गोष्ठियां आयोजित हुई। इन गोष्ठियों में जिले के 22 हजार 904 किसानों ने भागीदारी निभाई। इन्हें कृषि तकनीक और आय बढ़ाने के विभिन्न पहलूओं से अवगत करवाया गया। किसानों को 3 हजार से अधिक मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए 37 हजार 600 जैविक किटें वितरित की गई।
इन इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप कपास का क्षेत्रफल 5 हजार हैक्टेयर से भी अधिक बढ़ा। जैविक खेती में क्षेत्रफल में 11 हजार 280 हैक्टेयर की वृद्धि होकर कुल क्षेत्रफल 29 हजार 650 हैक्टेयर हो गया। फसल बीमा एप्लीकेशन आईडी बनाने में भी 2 लाख 97 हजार 37 किसानों की अप्रत्याशित वृद्धि हुई।
कुल मिलाकर पहले छह माही में अभियान के तहत आए परिणाम संतोषजनक है। भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी माने जाने वाले किसानों की आय में वृद्धि होना अच्छे संकेत हैं। पशुओं की गंभीर लम्पी स्किन बीमारी के बावजूद आए परिणामों ने किसानों में लाभ बढ़ने की संभावनाओं को बल दिया है। सभी संबंधित विभागों द्वारा भविष्य में सतत रूप से किए जाने वाले प्रयासों के और अधिक बेहतर परिणाम आएंगे और किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को छुआ जा सकेगा।