अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव पर एनआरसीसी द्वारा तकनीकी प्रदर्शनी आयोजित।
बीकानेर। भाकृअनुप.राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्रए बीकानेर द्वारा आज दिनांक को अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव के दौरान तकनीकी प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 16 सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों ने अपनी सहभागिता निभाई। इस तकनीकी प्रदर्शनी कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ. अरूण कुमार, कुलपति, स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालयए बीकानेर द्वारा किया गया। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि बदलते परिवेश में ऊँट पशुपालकों,किसानों एवं आमजन के हितार्थ जो भी नूतन प्रौद्योगिकी एवं नवाचार किए जा रहे हैं, उन्हें अधिकाधिक प्रचारित प्रसारित किया जाना चाहिए ताकि जरूरतमंद इनसे लाभान्वित हो सके तथा यह आमदनी का जरिया भी बने। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रो. डॉ. एस. के. गर्ग, कुलपति, राजुवास, बीकानेर ने एनआरसीसी द्वारा आयोजित प्रदर्शनी कार्यक्रम में सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों की उत्साही सहभागिता एवं प्रदर्शित नूतन तकनीकी उत्पादों की भूरि.भूरि प्रशंसा की।
केन्द्र निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने कहा कि उष्ट्र के संवर्धन हेतु यह केन्द्र हर अवसर का सुदपयोग करना चाहता है तथा जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा एनआरसीसी को उष्ट्र दौड़, उष्ट्र नृत्य, ऊँट सजावट व ऊँट फर कटिंग प्रतियोगिता हेतु चुना जाना अत्यंत महत्व का विषय है। इस हेतु उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा ऊँट उत्सव के माध्यम से एनआरसीसी के उष्ट्र संबद्ध अनुसंधान एवं उष्ट्र पालकों तथा आमजन के लाभार्थ की जा रही गतिविधियों से भी सीधे तौर पर रू.ब.रू हो सकेंगे। इसी क्रम में केन्द्र द्वारा इस तकनीकी प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. साहू ने एनआरसीसी परिसर में आयोजित उष्ट्र प्रतियोगिताओं में पर्यटकों और आमजन की बड़ी तादाद से उत्साहित होते हुए कहा कि ऊँट आज भी अपनी बहुआयामी उपयोगिता के माध्यम से अपनी प्रासंगिकता को सिद्ध कर रहा है तथा कहा जा सकता है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद इस व्यवसाय में उद्यमिता की प्रबल संभावनाएं विद्यमान हैं।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल द्वारा एनआरसीसी की इस प्रदर्शनी कार्यक्रम का अवलोकन किया गया तथा वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों से तकनीकी जानकारी लेते हुए प्रदर्शित उत्पादों में गहन रूचि दिखाईं। उन्होंने प्रदर्शनी कार्यक्रम के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया तथा कहा कि उष्ट्र विकास एवं संरक्षण हेतु हम समन्वित प्रयास करेंगे तथा आगामी वर्ष में और अधिक भव्य आयोजन का प्रयास रहेगा ताकि हमारी कला, संस्कृति एवं विरासत को देशी एवं विदेशी पर्यटकों के समक्ष अधिकाधिक प्रदर्शित किया जा सके और इस दिशा में उष्ट्र व्यवसाय संबद्ध रोजगार में अभिवृद्धि की जा सके। उन्होंने आयोजन को सफल बनाने हेतु विशेष तौर पर ऊँट पालकों को साधुवाद देते हुए शुभकामनाएं संप्रेषित की।
इस दौरान अतिथि के रूप में डॉ. दिलीप कुमार समादिया, निदेशक, सीआईएएच, राजीव श्रीवास्तव, मंडल रेल प्रबंधक, बीकानेर एव बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह द्वारा भी इस प्रदर्शनी कार्यक्रम का अवलोकन किया गया। केन्द्र द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी कार्यक्रम में प्रथम स्थान पर संस्थानों की श्रेणी में स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर द्वितीय स्थान पर केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थानए बीकानेर तथा गैर सरकारी संगठनों की श्रेणी में प्रथम स्थान पर बहुला नैचुरल तथा द्वितीय स्थान पर लोटस डेयरी ने प्राप्त किया। एनआरसीसी के कैमल स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में आयोजित ऊँट उत्सव के तहत प्रतियोगितों में पर्यटकों एवं आमजन में खासा उत्साह देखा गया तथा अनुमानित 9.10 हजार लोगों ने प्रतियोगिताओं का लुत्फ उठाया। केन्द्र की इस प्रदर्शनी कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. आर.के. सावल, प्रधान वैज्ञानिक ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।