लूणकरणसर में नाबार्ड के सहयोग से लगी सेनेटरी पैड बनाने की पहली यूनिट।
बीकानेर। नाबार्ड के सहयोग से सेनेटरी नेपकिन पैड बनाने की पहली यूनिट लूनकरणसर ग्राम पंचायत में लगाई गई है। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने शनिवार को इसका उद्घाटन किया। उन्होंने इस यूनिट को महिला स्वयं सहायता समूह-खुशी राजीविका कलस्टर लेवल फेडरेशन को समर्पित किया।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को ज्यादा सतर्क और सुरक्षित रहने की जरूरत है।सैनेटरी नैपकिन का उपयोग करने के लिए महिलाओं को इस विषय पर खुलकर अपने विचार रखने चाहिए। उन्होने कहा कि महिलाओं के स्वस्थ रहने से ही स्वस्थ परिवार और समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने नाबार्ड द्वारा सैनेटरी नैपकिन मशीन उपलब्ध करवाए जाने को सराहनीय बताया। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से इसके उत्पादन की विधि को जानते हुए विक्रय के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूनिट द्वारा बनाए गए पैड के विक्रय के लिए प्रशासन द्वारा सहयोग किया जाएगा। भविष्य में इसे मिशन उडान के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन दिया जा सके।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने कहा कि परिवार की महिलाएं, अन्य महिला सदस्यों की मुश्किल दिनों में मदद करने के लिए आगे आएं। बेटियों को सैनेटरी नैपकिन के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करें, जिससे इन्हें विभिन्न बीमारियों से बचाया जा सके।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रमेश ताम्बिया ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के माध्यम से आवश्यकता वाले स्थानों पर सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाए जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नाबार्ड तथा गुरु जंभेश्वर सेवा संस्थान के माध्यम से 90 महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन मैकिंग व मार्केटिंग के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भविष्य में और महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा और इन्हें आजीविका गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। इस दौरान सरपंच भंवरी देवी ने विचार रखे। राजीविका के जिला परियोजना प्रबधंक राजेन्द्र विश्नोई ने संचालन किया।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को ज्यादा सतर्क और सुरक्षित रहने की जरूरत है।सैनेटरी नैपकिन का उपयोग करने के लिए महिलाओं को इस विषय पर खुलकर अपने विचार रखने चाहिए। उन्होने कहा कि महिलाओं के स्वस्थ रहने से ही स्वस्थ परिवार और समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने नाबार्ड द्वारा सैनेटरी नैपकिन मशीन उपलब्ध करवाए जाने को सराहनीय बताया। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से इसके उत्पादन की विधि को जानते हुए विक्रय के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूनिट द्वारा बनाए गए पैड के विक्रय के लिए प्रशासन द्वारा सहयोग किया जाएगा। भविष्य में इसे मिशन उडान के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन दिया जा सके।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने कहा कि परिवार की महिलाएं, अन्य महिला सदस्यों की मुश्किल दिनों में मदद करने के लिए आगे आएं। बेटियों को सैनेटरी नैपकिन के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करें, जिससे इन्हें विभिन्न बीमारियों से बचाया जा सके।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रमेश ताम्बिया ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के माध्यम से आवश्यकता वाले स्थानों पर सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाए जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नाबार्ड तथा गुरु जंभेश्वर सेवा संस्थान के माध्यम से 90 महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन मैकिंग व मार्केटिंग के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भविष्य में और महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा और इन्हें आजीविका गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। इस दौरान सरपंच भंवरी देवी ने विचार रखे। राजीविका के जिला परियोजना प्रबधंक राजेन्द्र विश्नोई ने संचालन किया।