अनुशासन सफलता की प्रथम सीढ़ी है-विवेक मित्तल




बीकानेर। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयन्ती के अवसर पर श्रीमती शशिबाला मित्तल स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्वतन्त्रता संग्राम के महानायकों के जीवन-वृत्त पर आधारित पोस्टर्स प्रदर्शनी और प्रश्नोत्तरी का आयोजन न्यू सेण्टपाल स्कूल में किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष विवेक मित्तल ने स्वतन्त्रता संग्राम में महानायकों के योगदान के बारे में बताते हुए कहा कि हम हमारी त्याग, बलिदान और संघर्ष की विरासत को याद रख कर ही श्रेष्ठ भारत का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए बालकों और युवाओं का योगदान अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। इसके लिए अनुशासन यानि नियमपूर्वक जीवन यापन करना प्रथम सीढ़ी है। हमें हमारे अन्दर के दुर्गुणों को मिटाने के लिए हमें अपने भीतर लगातार सद्गुणों को ग्रहण करते रहना होगा। युवा जब आन्तरिक और बाह्य दोनों ओर से शक्तिशाली होगा तो हमारा राष्ट्र भी ताकतवार बनेगा, समृद्ध होगा। शाला प्रधान मनीषा सिन्हा ने कहा कि स्वतन्त्रता संग्राम आन्दोलन में महात्मा गांधी, लालबहादुर शास्त्री और उनके जैसे अनेकानेक महापुरुषों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। इनका जीवन और जीवनचरित्र सदैव लक्ष्य प्राप्ति के लिए सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। इनका अनुसरण करके हम अच्छे नागरिक बनकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। रामचन्द्र मुलू ने कहा कि गांधीजी और शास्त्रीजी का सादगी भरा जीवन और त्याग की भावना आने वाली पीढ़ी के लिए आदर्श है, अनुकरणीय है। प्रश्नोत्तरी में विनय प्रताप, समीर, विकास, आयुष, भूमि, शीना, रिद्धि, सौम्य, संचिता, खुशी सिंह, ऋषिराज, विनिता तथा खुशी शर्मा ने सही उत्तर देतेए हुए पुरस्कार प्राप्त किया। आयोजन में शाला शिक्षक मधु माथुर, अन्जु शर्मा, सन्तोष, रेखा, विक्रम, स्नेहा, विक्रम अग्रवाल तथा वीना सक्सेना का सहयोग प्राप्त हुआ।

2022-10-01 10:50:20