ग्रामीण ओलंपिक से तैयार हो रहे आने वाले कल के पदक विजेता: मुख्यमंत्री
बीकानेर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य के ग्रामीण अंचल में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों को लेकर जबरदस्त उत्साह का माहौल है। सभी आयुवर्ग व राजनीतिक पृष्ठभूमि के लोग इन खेलों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि 40 करोड़ के बजट से आयोजित हो रहे ग्रामीण ओलंपिक खेलों में 30 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया है, जिनमें 10 लाख महिला खिलाड़ी भी शामिल हैं। 2 लाख से ज्यादा टीमें बनी हैं।
मुख्यमंत्री शनिवार को डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में जिला स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों के तहत आयोजित प्रतिस्पर्द्धाओं का अवलोकन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों के लिए सकारात्मक माहौल का निर्माण करना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नही है। ग्रामीण ओलंपिक के माध्यम से उन्हें तलाशने का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद इन खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों से प्रदेश में एक नई खेल संस्कृति की शुरूआत हुई है। राज्य सरकार खिलाड़ियों को अच्छे मैदान, उपकरण, प्रशिक्षण व पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में 2 प्रतिशत पद खिलाड़ियों के लिए आरक्षित कर दिए हैं। खिलाड़ियों को डीएसपी स्तर के पदों पर नियुक्ति दी जा रही है। 229 खिलाड़ियों को ‘आउट ऑफ टर्न’ नियुक्ति दी गई है। विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्द्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 3 करोड़ तक की पुरस्कार राशि दी जा रही है। इसके अलावा पदक विजेता खिलाड़ियों को 25 बीघा जमीन आवंटित करने का भी प्रावधान किया गया है। खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करने हेतु उनके लिए पेंशन योजना शुरू की गई है। दूसरे राज्यों या केन्द्र में कार्यरत खिलाड़ियों को पदक जीतने पर राजस्थान में पे-प्रोटेक्ट करते हुए नियुक्ति दी जा रही है। ग्रामीण ओलंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को विभिन्न विभागों में कॉन्ट्रेक्चुअल पदों पर भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी।
छात्र जीवन से खिलाड़ी को अवसर देना आवश्यक
श्री गहलोत ने कहा कि एक उत्कृष्ट खिलाड़ी को तैयार करने के लिए छात्र जीवन से ही उपयुक्त प्रशिक्षण व प्रतिभागिता के अवसर देना आवश्यक है। राज्य सरकार इसके लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। प्रदेश के विभिन्न भागों में खिलाड़ियों के लिए आवासीय छात्रावास व खेल अकादमियां खोली जा रही है। दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी उत्कृष्ट खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। राज्य और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का दैनिक भत्ता बढ़ाया गया है।
2022-10-01 10:37:00