मासिक तकनीकी कार्यशाला में किसानों को वैज्ञानिकों ने दी सलाह।
बीकानेर। आज कृषि अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर पर मासिक तकनीकी कार्यशाला का आयोजन क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान डॉ. एस. आर. यादव की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक श्री कैलाश चौधरी तथा बीकानेर एवं जैसलमेर जिले के सहायक निदेशक, कृषि अधिकारी, केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, कृषि अनुसंधान केन्द्र तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों ने भाग लिया तथा दिसम्बर माह की प्रगति प्रतिवेदन एवं आगामी माह जनवरी की कार्य योजना पर चर्चा की।
कार्यशाला में वर्तमान समय में -
1. पाले की संभावना को देखते हुए फसलों और बगीचों में सिंचाई करें।
2. रात के समय खेतो की मेड़ों पर धुँआ करें।
3. नव स्थापित बगीचे के पौधों को पाले से बचाव के लिए खीप, बुई, कड़वी या नॉन वूवन कपड़े से ढक कर बचाव करें।
4. फसलों और बगीचों में गंधक के अम्ल (सल्फयूरिक अम्ल) के 0.1 प्रतिशत (1 एम.एल गंधक का तेजाब प्रति लीटर पानी के हिसाब से) छिड़काव हेतु सलाह दी गई।
5. फसलों की अच्छी बढ़वार हेतु 1 प्रतिशत एन.पी.के (19:19:19) का खड़ी फसल में छिड़काव करें।
6. चने में फली छेदक के निगरानी हेतु 4 फेरोमेन ट्रेप प्रति हैक्टेयर लगाने का सुझाव दिया गया जिससे समय रहते कीट का नियंत्रण किया जा सके।
7. फसलों में सिंचाई के साथ फसल अनुसार अनुशंषित मात्रा से अधिक यूरिया का प्रयोग नहीं करें।
8. प्याज की तैयार की हुई पौध (नर्सरी) को खेत में पौध रोपण का कार्य करें।
कार्यशाला में वर्तमान समय में -
1. पाले की संभावना को देखते हुए फसलों और बगीचों में सिंचाई करें।
2. रात के समय खेतो की मेड़ों पर धुँआ करें।
3. नव स्थापित बगीचे के पौधों को पाले से बचाव के लिए खीप, बुई, कड़वी या नॉन वूवन कपड़े से ढक कर बचाव करें।
4. फसलों और बगीचों में गंधक के अम्ल (सल्फयूरिक अम्ल) के 0.1 प्रतिशत (1 एम.एल गंधक का तेजाब प्रति लीटर पानी के हिसाब से) छिड़काव हेतु सलाह दी गई।
5. फसलों की अच्छी बढ़वार हेतु 1 प्रतिशत एन.पी.के (19:19:19) का खड़ी फसल में छिड़काव करें।
6. चने में फली छेदक के निगरानी हेतु 4 फेरोमेन ट्रेप प्रति हैक्टेयर लगाने का सुझाव दिया गया जिससे समय रहते कीट का नियंत्रण किया जा सके।
7. फसलों में सिंचाई के साथ फसल अनुसार अनुशंषित मात्रा से अधिक यूरिया का प्रयोग नहीं करें।
8. प्याज की तैयार की हुई पौध (नर्सरी) को खेत में पौध रोपण का कार्य करें।