बीकाणा चौपाटी से बीकानेर के पर्यटन को मिलेगी नई पहचान।
शिक्षा मंत्री ने किया बीकाणा चौपाटी का शुभारंभ, संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर रहे मौजूद।
बीकानेर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को लिली पॉन्ड स्थित बीकाणा चौपाटी का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बीकाणा चौपाटी से यहां के पर्यटन को नई पहचान मिलेगी। यह देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा। उन्होंने यहां बोटिंग की तथा जोरिंग बॉल, दीवारों पर बनाए गए चित्रों और आकर्षक साज-सज्जा जैसे नवाचारों को सराहा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पर्यटन विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। इससे प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि बीकानेर के अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के अलावा डेजर्ट और एलीफैंट फेस्टिवल जैसे आयोजनों से देशी-विदेशी पर्यटकों को राज्य की कला-संस्कृति और पारंपरिक धरोहर को देखने का अवसर मिलता है। उन्होंने बीकानेर को जीवंत संस्कृति वाला शहर बताया तथा कहा कि यहां की हवेलियां, किले, स्थापत्य, वास्तु, हस्तकला, चित्रकला तथा खादी ग्रामोद्योग की वस्तुएं पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यहां की परंपराएं, रीति-रिवाज तथा खान-पान दुनिया में विशिष्ट स्थान रखता है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीकाणा चौपाटी में यहां के पारंपरिक खाद्य पदार्थ भी रखे जाएं, जिससे आमजन तक इनका स्वाद पहुंच सके। उन्होंने कहा कि अनेक यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर रहती है। प्रदेश में भी इस दिशा में कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जिले, थार मरुस्थल क्षेत्र के जिले हैं। इनमें डेजर्ट टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि कोलायत स्थित कपिल सरोवर तथा बीकानेर के लक्ष्मीनाथ मंदिर में पर्यटन विकास के लिए राशि स्वीकृत की गई है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आगामी ऊंट उत्सव के दौरान आयोजित होने वाली शोभायात्रा में बीकानेर की पारंपरिक वेशभूषा को प्रोत्साहित किया जाए। शोभायात्रा के भागीदार पारंपरिक परिवेश में हों, जिससे विदेशी भागीदारों को इसकी जानकारी हो सके।
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि शिक्षा मंत्री की पहल पर बीकानेर को नए साल का तोहफा मिला है। उन्होंने कहा कि पब्लिक पार्क क्षेत्र में एक ऐसे टूरिस्ट पॉइंट का सपना सजाया गया, जो अब साकार हुआ है। आमजन द्वारा इसे पसंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने तथा मोबाइल ऐप बनाते हुए प्री-बुकिंग की व्यवस्था करने का सुझाव दिया।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि बीकानेर में नाइट टूरिज्म की संभावनाओं को देखते हुए इसे नाइट टूरिज्म के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। शाम के समय आमजन, परिवार के साथ यहां आएंगे और विभिन्न सुविधाओं का लुफ्त उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस इंडेक्स का स्तर बढ़ाने में स्थान प्रभावी भूमिका निभाएगा। उन्होंने यहां शौचालय बनवाने और पार्किंग व्यवस्था को और अधिक सुचारू करने के लिए न्यास सचिव को निर्देशित किया।
राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सदस्य डॉ. अशोक धारणिया ने बताया कि प्रारंभिक दौर में बीकाणा चौपाटी के प्रति आमजन का प्रभावी रेस्पॉन्स रहा है। यहां की व्यवस्थाओं में और अधिक सुधार लाते हुए यहां पारंपरिक खाद्य पदार्थों को भी रखा जाएगा। खुले रंगमंच में प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय लोक कलाकारों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। उन्होंने आगामी अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दौरान विदेशी मेहमानों की अगवानी तथा उनके लिए भोजन पारंपरिक भोजन की निशुल्क व्यवस्था किए जाने की जानकारी भी दी।
डॉ. चंद्रशेखर श्रीमाली ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा, अतिरिक्त कलेक्टर (नगर) पंकज शर्मा, उपखंड अधिकारी अशोक बिश्नोई, यूआईटी के अधिशासी अभियंता राजीव गुप्ता, चौपाटी के राम बिश्नोई, रवि प्रकाश, श्रीकृष्ण गोदारा, रमेश, सत्यम आदि मौजूद रहे।
शिक्षा मंत्री ने इससे पहले फीता काटकर चौपाटी का शुभारंभ किया उन्होंने यहां बनाए गए भित्ति चित्रों का अवलोकन किया तथा बोटिंग भी की।