ख्वाजा पीर महबूब बख्श चिश्ती सुलेमानी फारूकी (रह0) का उर्स मुबारक संपन्न-कुल की रस्म में जायरीन का उमड़ा सैलाब।
बीकानेर! ख्वाजा पीर महबूब बख्श चिश्ती सुलेमानी फारूकी (रह0) का उर्स मुबारक सोमवार की शाम मोहल्ला चूनगरान मस्जिद में कुल की रस्म के साथ संपन्न हुआ। उर्स के समापन पर मुल्क में अमन चैन और खुशहाली की दुआ की गई। जायरीन पर पवित्र जल का छींटा दिया गया । संदल और शीरनी बांटी गई। कुल की रस्म में सज्जादानशीन पीर गुलाम अल्लाह बख्श चिश्ती ने चिश्ती बाबा का शिजरा पढ़ा। मस्जिद के इमाम कारी पीर मोहम्मद साबिर चिश्ती ने फातेहा पढ़ी। कारी सैयद शोहेब हुसैन चिश्ती ने मुल्क में अमन चैन की दुआ की।
कार्यक्रम में पीर हाफिजुल्लाह चिश्ती, पीरजादा मुहम्मद सलीम चिश्ती, पीरज़ादा अनीस चिश्ती सहित चिश्ती परिवार के गणमान्य शामिल थे। कार्यक्रम में हाफिज बिशारत अली, हाफिज मोहम्मद हुसैन, हाफिज शफीकुर्रहमान ने कुरान का पाठ किया। मोहल्ले की मिलाद पार्टी के अली मोहम्मद चिश्ती, हाजी अहमद हसन कादरी पार्टी ने चिश्ती बाबा की शान में मनकबत सुनाकर भाव विभोर कर दिया लाखो इमाम देखे हमने अब्बास-लाखो में एक ही है महबूब बख्श चिश्ती। उर्स के समापन पर चिश्ती बाबा के मजार पर चादर और अक़ीदत के फूल चढाकर अमन की दुआ मांगी। उर्स कमेटी की ओर से संदल और शीरनी बांटी गयी।
बीकानेर! ख्वाजा पीर महबूब बख्श चिश्ती सुलेमानी फारूकी (रह0) का उर्स मुबारक सोमवार की शाम मोहल्ला चूनगरान मस्जिद में कुल की रस्म के साथ संपन्न हुआ। उर्स के समापन पर मुल्क में अमन चैन और खुशहाली की दुआ की गई। जायरीन पर पवित्र जल का छींटा दिया गया । संदल और शीरनी बांटी गई। कुल की रस्म में सज्जादानशीन पीर गुलाम अल्लाह बख्श चिश्ती ने चिश्ती बाबा का शिजरा पढ़ा। मस्जिद के इमाम कारी पीर मोहम्मद साबिर चिश्ती ने फातेहा पढ़ी। कारी सैयद शोहेब हुसैन चिश्ती ने मुल्क में अमन चैन की दुआ की।
कार्यक्रम में पीर हाफिजुल्लाह चिश्ती, पीरजादा मुहम्मद सलीम चिश्ती, पीरज़ादा अनीस चिश्ती सहित चिश्ती परिवार के गणमान्य शामिल थे। कार्यक्रम में हाफिज बिशारत अली, हाफिज मोहम्मद हुसैन, हाफिज शफीकुर्रहमान ने कुरान का पाठ किया। मोहल्ले की मिलाद पार्टी के अली मोहम्मद चिश्ती, हाजी अहमद हसन कादरी पार्टी ने चिश्ती बाबा की शान में मनकबत सुनाकर भाव विभोर कर दिया लाखो इमाम देखे हमने अब्बास-लाखो में एक ही है महबूब बख्श चिश्ती। उर्स के समापन पर चिश्ती बाबा के मजार पर चादर और अक़ीदत के फूल चढाकर अमन की दुआ मांगी। उर्स कमेटी की ओर से संदल और शीरनी बांटी गयी।