सिर्फ पढ़ना ही ज्ञान नहीं, पढकर समझना और जीवन में उतारना ही सही मायने में ज्ञान है-निर्मल शर्मा
बीकानेर। शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के बच्चों के लिये पांच दिवसीय वैदिक संस्कार एवं योग शिविर सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। शिविर संयोजक आर के शर्मा ने बताया कि राजस्थान प्रांतीय शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा और शिव-शक्ति परिवार के संयुक्त तत्वावधान में बालकों के लिये चल रहे शिविर में पंडित रविप्रकाश शर्मा के निर्देशन हुकमचंद शर्मा ने अभिषेक, रूद्राभिषेक की व्याख्या करते हुए हवन पूजन की विधी समझाई वहीं हवन मे आहूतियां भी दी गई। महासचिव संजय शर्मा ने बताया कि योगाचार्य सुभाष शर्मा द्वारा प्रार्थना, वार्म-अप के व्यायाम बताते हुए अभ्यास करवाया वहीं खड़े रहकर, बैठकर करने वाले विभिन्न आसन बताएं। शिविर में बालिका हुनर ने अभिषेक के श्लोक सुनाएं, वहीं उदयभानु ने संकटासन व गणेश स्तुति का अभ्यास करवाया । गिरधर पंडित शर्मा ने सरस्वती स्तोत्र बताते हुए इसकी महत्ता के बारे में जानकारी दी। पुरूषोत्तम सेवक ने जानकारी देते हुए बताया कि बौद्धिक सत्र में सेवानिवृत अपर मंडल रेल प्रबन्धक व लेखक साहित्यकार निर्मल कुमार शर्मा ने संवाद करते हुए कहा कि पढने को ज्ञान नहीं कहा जा सकता, पढकर समझना और जीवन में उतारना ही सही मायने में ज्ञान है। शिविर में शिवकुमार शर्मा ने ऑडियो वीडियो के माध्यम से गायत्री मंत्र, साधना व चक्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मनोज शर्मा, रविन्द्र शर्मा, उत्तम कुमार शर्मा व दाउदयाल जैसे अन्य कार्यकर्त्ता शिविर में सेवाएं दे रहे है।