उपभोक्ता है बाजार का बादशाह-प्रोफेसर डॉ. बिनानी.
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर मल्टी स्किल डेवलपमेंट एसोसिएशन द्वारा उपभोक्ता एवं बाजार" विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए पूर्व प्राचार्य, चिंतक व लेखक प्रोफेसर डॉ० नरसिंह बिनानी ने कहा कि वर्तमान समय में समाज व देश के विकास में बढ़ते उपभोक्तावाद का योगदान महत्त्वपूर्ण है। इसलिए आज बाजार में उपभोक्तावाद की भूमिका बढ़ती जा रही है। गोष्ठी में अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर बिनानी ने कहा कि उद्यमियों को अपने उत्पादों का विकास करते समय उपभोक्ता-हितों को सर्वोपरि रखा जाना चाहिए। उपभोक्ता-हितों के संरक्षण के लिए अनेक कदम उठाने जरूरी हैंI इनमें से सबसे ज्यादा जरूरी उपभोक्ताओं के अधिकारों की सुरक्षा करना है। प्रोफेसर बिनानी ने कहा कि आज विभिन्न उद्योगों द्वारा बाजार में उपभोक्ताओं के उपयोगी, लोकल, इनोवेटिव एवं आकर्षक जो विभिन्न उत्पाद उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, ये उपभोक्ता-हितों की दृष्टि से सराहनीय है । ये सभी उत्पादों के बाजारों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उद्यमी को उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं और मांग के अनुरूप उत्पादों का निर्माण करना चाहिए । प्रोफेसर बिनानी ने उद्यमियों द्वारा अपनाई जा रही उद्यमिता की प्रोसेस में बाजार और उपभोक्ता-हितों को ध्यान रखने की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रत्येक उद्यमी को उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं और मांग के अनुरूप उत्पादों का निर्माण करना चाहिए। प्रोफेसर बिनानी ने कहा कि आज उपभोक्ता बाजार का राजा नहीं अपितु बाजार का बादशाह है। वर्तमान समय में बाजार में वे उत्पाद ही लोकप्रिय हो सकते है जो उपभोक्ताओं की बदलती हुई आदतों को सन्तुष्ट करते हों।