बच्चों में अवसाद का मूल कारण खेलों से दूरी है: महेश शर्मा
जनरल जयदेवसिंह भार्गव स्मृति विचारपीठ का आयोजन।
बीकानेर। पढ़ाई-लिखाई के बढ़ते दबाव और अंधाधुध प्रतिस्पर्धा के चलते बच्चे दिनों-दिन अवसाद में जाने लगते हैं। इस अवसाद से उन्हें बाहर निकालने के लिए उन्हें खेलों से जोड़ना बहुत जरूरी है। खेल काफी हद तक बच्चों में अवसाद कम कर देते हैं। ये उद्बोधन मुख्य अतिथि पूर्व न्यायाधीश महेश कुमार शर्मा एवं अध्यक्ष, स्थाई लोक अदालत बीकानेर ने अभिव्यक्त किए। अवसर था बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर द्वारा जनरल जयदेव सिंह भार्गव स्मृति विचारपीठ के तहत बच्चों में बढ़ता अवसाद एक ज्वलंत समस्या विषय पर प्रौढ़ शिक्षा भवन सभागार में आयोजित संवाद कार्यक्रम का।
मुख्य अतिथि महेश शर्मा ने विभिन्न उदाहरणों एवं प्रसंगों के माध्यम से यह स्थापित किया यदि सभी बच्चे आई ए एस, इंजिनीयर, डॉक्टर आदि बनने की होड़ में लग जाते तो दुनियां को आज तेंदुलकर, विश्वनाथ, मैसी, धोनी, आदि नहीं मिलते। इसलिए बच्चों पर अपने सपने लादने से अच्छा है बच्चों की ईच्छाओं का सम्मान करें। उन्हें वो करने दें जो वे करके दिखाना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा जगत में जिस प्रकार से कोचिंग संस्थानों की व्यावसायिक भूमिका बढ़ रही है उसे भी बच्चोें में अवसाद का महत्वपूर्ण कारण माना। उन्होंने समाज से शिक्षा को व्यवसाय बनाने का पूरजोर विरोध करने का आहवान किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन के तहत एडवोकेट एस.एल.हर्ष ने कहा कि बच्चों का विकास उनकी खुशी से जुड़ा होना चाहिए न कि उन पर दबाव बनाकर। यह विषय सामाजिक चिंतन का विषय है और समाज को संगठित होकर बच्चों का बचपन बचाना चाहिए।
इस क्रम में जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के चेयरमैन अविनाश भार्गव ने जनरल जयदेवसिंह भार्गव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए जीवन में संघर्ष एवं कठिनाइयों की परिस्थितियों में उनकी दृढ़ संकल्पी एवं निर्णय लेने की क्षमता को विशिष्ट बताया।
प्रारंभ में संस्था परिवार की ओर से मानद सचिव श्रीमती सुशीला ओझा ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस विचारपीठ के माध्यम से संस्था का प्रयास रहता है कि बच्चों और युवाओं के संपूर्ण विकास के लिए सकारात्मक मार्गदर्शन हो सके।
संस्था परिवार के सुरेश भार्गव ने कहा कि संस्था जिस प्रकार से शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में इतने लंबे समय से सार्थक काम कर रही है वह प्रेरणादायी है।
बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर की ओर से आगंतुक अतिथियों द्वारा इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से चुनिंदा एक-एक संदर्भ व्यक्तियों में से शहरी क्षेत्र से श्रीमती मीना तंवर एवं ग्रामीण क्षेत्र से श्रीमती सीता प्रजापत को मेजर जनरल जयदेवसिंह सम्मान से सम्मानित भी किया गया। सम्मानित संदर्भ व्यक्तियों ने कहा कि यह सम्मान जन शिक्षण संस्थान की पूरी टीम का सम्मान है।
इस अवसर पर डॉ. ओम कुवेरा, डॉ.विभा बंसल, गिरिराज मोहता, डॉ. अजय जोशी, पवन देवाणी, दलपतसिंह, संपत जैन, हरिकिशन तंवर, रेशमा वर्मा, ममता पंवार, वहिदा खातून, परवीन शर्मा, प्रीति व्यास, संजु राठौड़, रूखसाना, अंजु खत्री, दरविन्द्र कौर, शारदा गहलोत सहित समिति परिवार के कार्यकर्ताओं की ओरसे महेश उपाध्याय, लक्ष्मीनारायण चूरा, तलत रियाज, उमाशंकर आचार्य, विष्णुदत्ता मारू, श्रीमोहन आचार्य,संतोष राठौड़ आदि की सक्रिय सहभागिता रही।
आयोजन के अंत में विचारपीठ के संयोजक डॉ. ब्रजरतन जोशी द्वारा समिति परिवार की ओर से आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।