काव्य संग्रह अहसास के गुंचे और टोह का लोकार्पण। अनीता मुकेश सैनी की कविताओं में स्त्री मन की सशक्त अभिव्यक्ति है-डॉ. अजय जोशी
बीकानेर । शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के तत्वावधान में रविवार को महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में अनीता मुकेश सैनी के काव्य संग्रह अहसास के गुंचे और टोह का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में नगर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा कवियत्री अनीता मुकेश सैनी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कवि कथाकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि अनीता मुकेश सैनी की कविताएं स्त्री मन की रचनाएं है जिनमे मानवीय संवेदना और अभिव्यक्ति के सशक्त आयाम है । कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. अजय जोशी ने कहा कि अनीता मुकेश सैनी की कविताओं में संप्रेषणीयता और सरलता है जो सहज ही पाठको के हृदय में उतर जाती है । विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ लेखक अशफाक कादरी ने कहा कि कवयित्री अनीता मुकेश सैनी बहुआयामी रचनाकार हैं जिनकी कविताओ में लघुकथा जैसा प्रभाव दृष्टिगोचर होता है । कार्यक्रम संयोजक राजाराम स्वर्णकार ने लोकार्पित कृतियो एवं रचनाकार का परिचय दिया । कार्यक्रम में कवियत्री डॉ. कृष्ण आचार्य ने लोकार्पित कृति टोह तथा कवियत्री मीनाक्षी स्वर्णकार ने अहसास के गुंचे पर पत्रवाचन किया । कार्यक्रम में कवियत्री अनीता मुकेश सैनी ने अपनी रचना प्रक्रिया को साझा करते हुए पुस्तको की चुनिंदा रचनाएं सुनाई। कार्यक्रम में शब्दरंग संस्थान द्वारा कवियत्री अनीता मुकेश सैनी का सम्मान किया गया। इसके साथ शब्दश्री की और से मनीषा आर्य सोनी, मोनिका गौड़, नीलम पारीक, कृष्णा आचार्य, मीनाक्षी स्वर्णकार ने श्रीमती सैनी को सम्मानित किया। माली सैनी कर्मचारी विकास समिति की ओर से आत्माराम भाटी, प्रवीण गहलोत, पवन गहलोत, जितेंद्र गहलोत, मेघराज सोलंकी ने अनीता सैनी को सम्मानित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ कवियत्री डॉ. कृष्ण आचार्य ने वंदना प्रस्तुत की ।
कार्यक्रम में राजस्थान उर्दू अकादमी जयपुर के सदस्य असद अली असद, प्रेरणा प्रतिष्ठान के अध्यक्ष प्रेम नारायण व्यास, संस्कार भारती के मुनींद्र अग्निहोत्री, ऋषि कुमार अग्रवाल, प्रेम प्रकाश सोनी, बृजरत्न सोनी, प्रेम रत्न मंडोरा, वरिष्ठ रंगकर्मी बी एल नवीन, मोहम्मद फारुख चौहान, मुकेश सैनी, साक्षी सैनी, मोहित सैनी, हनुमंत गौड़, गोविंद जोशी, हरिकिशन व्यास, महेंद्र मेहरा साक्षी बने। खेल समीक्षक आत्माराम भाटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संयोजन शायर डॉ. नासिर जैदी ने किया।
बीकानेर । शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के तत्वावधान में रविवार को महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में अनीता मुकेश सैनी के काव्य संग्रह अहसास के गुंचे और टोह का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में नगर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा कवियत्री अनीता मुकेश सैनी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कवि कथाकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि अनीता मुकेश सैनी की कविताएं स्त्री मन की रचनाएं है जिनमे मानवीय संवेदना और अभिव्यक्ति के सशक्त आयाम है । कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. अजय जोशी ने कहा कि अनीता मुकेश सैनी की कविताओं में संप्रेषणीयता और सरलता है जो सहज ही पाठको के हृदय में उतर जाती है । विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ लेखक अशफाक कादरी ने कहा कि कवयित्री अनीता मुकेश सैनी बहुआयामी रचनाकार हैं जिनकी कविताओ में लघुकथा जैसा प्रभाव दृष्टिगोचर होता है । कार्यक्रम संयोजक राजाराम स्वर्णकार ने लोकार्पित कृतियो एवं रचनाकार का परिचय दिया । कार्यक्रम में कवियत्री डॉ. कृष्ण आचार्य ने लोकार्पित कृति टोह तथा कवियत्री मीनाक्षी स्वर्णकार ने अहसास के गुंचे पर पत्रवाचन किया । कार्यक्रम में कवियत्री अनीता मुकेश सैनी ने अपनी रचना प्रक्रिया को साझा करते हुए पुस्तको की चुनिंदा रचनाएं सुनाई। कार्यक्रम में शब्दरंग संस्थान द्वारा कवियत्री अनीता मुकेश सैनी का सम्मान किया गया। इसके साथ शब्दश्री की और से मनीषा आर्य सोनी, मोनिका गौड़, नीलम पारीक, कृष्णा आचार्य, मीनाक्षी स्वर्णकार ने श्रीमती सैनी को सम्मानित किया। माली सैनी कर्मचारी विकास समिति की ओर से आत्माराम भाटी, प्रवीण गहलोत, पवन गहलोत, जितेंद्र गहलोत, मेघराज सोलंकी ने अनीता सैनी को सम्मानित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ कवियत्री डॉ. कृष्ण आचार्य ने वंदना प्रस्तुत की ।
कार्यक्रम में राजस्थान उर्दू अकादमी जयपुर के सदस्य असद अली असद, प्रेरणा प्रतिष्ठान के अध्यक्ष प्रेम नारायण व्यास, संस्कार भारती के मुनींद्र अग्निहोत्री, ऋषि कुमार अग्रवाल, प्रेम प्रकाश सोनी, बृजरत्न सोनी, प्रेम रत्न मंडोरा, वरिष्ठ रंगकर्मी बी एल नवीन, मोहम्मद फारुख चौहान, मुकेश सैनी, साक्षी सैनी, मोहित सैनी, हनुमंत गौड़, गोविंद जोशी, हरिकिशन व्यास, महेंद्र मेहरा साक्षी बने। खेल समीक्षक आत्माराम भाटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संयोजन शायर डॉ. नासिर जैदी ने किया।