औद्योगिक योजनाओं के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम जरूरी- सुरेश अग्रवाल
फोर्टी का सरकारी योजनाओं पर संवाद कार्यक्रम।
एसोचैम और उद्योग विभाग ने किया सहयोग।
जयपुर। सरकार ने राजस्थान में कई औद्योगिक प्रोत्साहन की योजनाएं शुरू की हैं। इनमें रिप्स-2022, नई एमएसएमई पॉलिसी, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, मिशन निर्यातक बनो, वन स्टॉप शॉप जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने और इनका ज्यादा से ज्यादा लाभ उद्योगपतियों तक पहुंचाने के लिए होटल हिल्टन में फोर्टी की ओर से उद्योग विभाग के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें एसोचैम राजस्थान इकाई ने भी भाग लिया। अपने स्वागत संबोधन में फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने राजस्थान के औद्योगिक विकास के लिए देश में सबसे बेहतरीन योजनाएं लागू की हैं, लेकिन इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मजबूत मॉनिटरिंग सिस्टम भी होना जरूरी है। एसोचैम के चेयरमैन अजय डाटा ने कहा कि सरकार की नीतियां देश और प्रदेश को आबाद और बर्बाद कर सकती हैं, इसलिए नीतियां बनाने में कम से कम आने वाले 10 साल का विजन लेकर चलना चाहिए। फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील ने कहा कि रिप्स-2022 एक बेहतरीन योजना है, इसका पूरा लाभ उठाने के लिए सभी उद्योगपतियों को इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। फोर्टी संरक्षक आईसी अग्रवाल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था काफी मजबूत है, हम बेहतरीन योजनाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक आर के आमेरिया, संयुक्त निदेशक संजय ममगेन ने सरकार की योजनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया। यस बैंक के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विक्रम पारीक ने बैंक की एसएसएमई और उद्योगों के लिए योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर पंकज घिया को एआईएफटीपी का नेशनल प्रेसिडेंट चुने जाने पर और जाकिर हुसैन को गारमेंट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान का प्रेसिडेंट चुने जाने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में फोर्टी मुख्य सचिव नरेश सिंघल, गिरधारी खंडेलवाल, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ अरुण अग्रवाल, उपाध्यक्ष जगदीश सोमानी के साथ प्रमुख उद्योगपति शामिल हुएl