अपने को स्वर्णिम अतीत की ओर ले जाने का अमृतकाल-संत रामनारायण दास
परशुराम कुण्ड आमंत्रण यात्रा मंगलवार को पहुंची अर्जुनसर व जैतपुर।
संस्कृति और संस्कार की ओर लौटे बिना मानव सभ्यता को बचाया जाना संभव नहीं रहेगा। तथा इस हेतू हमें खुद और अपनी संतानों में संस्कार का बीजारोपण घर से ही शुरू करना होगा। परशुराम आमंत्रण यात्रा में बोलते हुए विफ़ा के जिला अध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने यह बात कही।आजादी के अमृतकाल में सनातन का अमृतकाल उदय करने के लिए विप्र फाउंडेशन ने कांचीपुर पीठ से परशुराम कुंड आमंत्रण यात्रा शुरू की है जो अरूणांचल स्थित लोहित नदी तक पहुंचेगी। यात्रा में बोलते हुए ये उद्बोधन कांची पीठ के संत रामनारायण दास जी ने यहां दिया। प्रदेश विप्र वाहिनी के मुकेश रामपुरा, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय आईटी प्रमुख माधव तथा बीकानेर देहात जिला अध्यक्ष शिवरतन शर्मा यात्रा में साथ रहे। विप्र फाउंडेशन द्वारा निकाली जा रही यह परशुराम कुण्ड आमंत्रण यात्रा आज जैतपुर, अर्जनसर पहुंची।। ये रथयात्रा पूरे भारत का भ्रमण करते हुए अपने पहले चरण का समापन जयपुर में आठ जनवरी को करेगी। वक्ताओं ने यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भगवान परशुराम की ५१ फुट की कांस्य प्रतिमा का शिलान्यास अरुणाचल प्रदेश में करके परशुराम धाम के रूप में स्थापित किया जा रहा है। अर्जनसर में शिव मंदिर से शोभा यात्रा वाहन रैली के रूप में हरी गौशाला स्थित सभा स्थल पहुंची। आस्थावान लोगों ने भगवान परशुराम के दर्शन कर पुष्प अर्पित किए। इससे पूर्व आए हुए अतिथियों का अभिनंदन रामचंद्र पुरोहित, हरी गोदारा, सोहनलाल पुरोहित, पूनमचंद ओझा जिला परिषद सदस्य किसान संघ के अध्यक्ष विक्रम राठौड़, नरेंद्र कड़वासरा, उप सरपंच प्रतिनिधि हनुमान जसू,ने शॉल माला के साथ किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मौजूद जनों में मूलाराम मोट,हेमाराम जस्सू, बाबूलाल जोशी, बाबूलाल, प्रकाश सारद, रामलाल झोरड़, प्रकाश जोशी,शीशपाल ओझाईया,पूनम चंद ओझा जिला परिषद सदस्य, हरि देहर, सावन पुरोहित,संजय राठी, पवन सारद,प्रकाश ,हनुमान जस्सू, लक्ष्मीनारायण ओझा,लालचंद सारस्वा ,रामकिसन ओझा चकजोड,कालूराम धायल, रामकुमार सारण, सुनील कुमार, मदन मोट,प्रह्लाद स्वामी, मनीराम ओझा आदि शामिल रहे।