पूरी दुनियां के हैं भगवान राम। रामलीला के ज़रिये इन्सानियत और भाईचारे का पैग़ाम। मुस्लिम और सिख कलाकार कर रहे हैं मंचन।
बीकानेर- इन दिनों नवरात्र का पर्व चल रहा है और जहाँ एक तरफ़ लोग व्रत रख कर माता का आशीर्वाद ले रहे हैं, वहीं दशहरे की तैयारियों में भी लगे हैं. इसी के मद्देनज़र राम लीला का मंचन भी जारी हैं. बीकानेर भी इससे अछूता नहीं है. यहाँ के लालगढ़ रेलवे स्टेशन के साँस्कृतिक एरिया में इन दिनों रामलीला का मंचन पिछले कई दिनों से चल रहा है। रोज़ाना सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में रामायण के पात्रों का रूप धरे कलाकार भगवन राम के काल को साकार तरीक़े से पेश कर रहे हैं। ख़ास बात ये है की इसके निदेशक मोहसिन ख़ान हैं जो इस्लाम धर्म से ताअल्लुक़ रखते हैं, वहीं कलाकारों में भी हिन्दू और मुस्लिम के अलावा सिख धर्म के लोग भी शामिल हैं। इन सभी का यही कहना है की भगवन राम किसी एक दायरे में नहीं बंधे हैं बल्कि वे पूरी इन्सानियत के हैं। पिछले २८ सालों से इसका आयोजन करवा रहे समाजसेवी और इलाक़े के पार्षद दीपक अरोड़ा कहते हैं की इस रामायण मंचन से पूरी दुनियां में हम एकता, भाईचारे और सर्वधर्म समभाव का पैग़ाम दे रहे हैं। उनका कहना है की ईश्वर एक ही है, बस उसे मानने के रूप अलग हैं। भगवान राम के आदर्शों के दायरे में पूरी दुनियां शामिल है। वे इसी आदर्श पर चल रहे हैं।
2022-09-29 22:51:36