सेनेटरी नेपकिन निर्माण एवं विपणन शिविर आयोजित, प्रमाण पत्र वितरित किए।
महिलाओं को रोजगार के साथ सेवा कार्य से जोडऩा हमारा प्रथम ध्येय- ताम्बिया
लूनकरणसर। महिला स्वयं सहायता समूह को रोजगारोन्मुखी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाई जा रही सेनेटरी नेपकिन निर्माण और विपणन के दूसरे बैच के प्रशिक्षण शिविर का समापन शनिवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, लूनकरणसर में हुआ। शिविर के बारे में जानकारी देते हुए श्री गुरु जम्भेश्वर सेवा संस्थान के सचिव धर्मपाल बिश्नोई ने बताया कि यह पाक्षिक शिविर था जो राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की ओर से श्री गुरु जम्बेश्वर सेवा संस्थान, जयपुर के माध्यम से लगाया गया था। शिविर में मुख्य अतिथि नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री रमेश ताम्बिया ने महिलाओं को नाबार्ड की ओर से किए जा रहे समाजोपयोगी कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि नाबार्ड का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ सेवा कार्यों से जोड़ना है। उन्होंने नाबार्ड की स्थापना के उद्देश्य पर भी प्रकाश डाला। शिविर में 30 महिलाओं को नेपकिन बनाने के साथ विपणन की जानकारी दी गई और साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र, लूनकरणसर के डॉ. नवलकिशोर एवं डॉ. ऋचा पंत ने महिलाओं को नवाचार के अंतर्गत घरों में ही सब्जी उगाने तथा उनके बीजोपचार की जानकारी से लाभान्वित किया। शिविर समापन पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रमेश ताम्बिया ने महिलाओं को प्रमाण पत्र एवं उपहार स्वरूप किचन गार्डन किट प्रदान किए। संस्थान सचिव धर्मपाल बिश्नोई ने बताया कि संस्थान की ओर से लूनकरणसर में इससे पूर्व प्रथम शिविर का उद्घाटन जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने किया था। शिविर समापन अवसर पर नाबार्ड के राजस्थान क्षेत्रिय कार्यालय, मुख्य महाप्रबंधक बैज्जू एन कुरप ने महिलाओं को प्रशस्ति पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया था। आगे भी शिविर समय-समय पर आयोजित कर महिलाओं को रोजगारोन्मुखी बनाने का प्रयास नाबार्ड के सहयोग से किया जाएगा।